अफगानिस्तान: काबुल हवाई अड्डे के बाहर भीड़ में सात लोगों की मौत
तालिबान के कब्जे के बाद हजारों की संख्या में लोग अफगानिस्तान छोड़कर दूसरे देशों में जाना चाहते हैं। इसके चलते काबुल हवाई अड्डे के पास भारी संख्या में लोग जमा है। रविवार को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भीड़ में सात अफगान नागरिकों की मौत हो गई है। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान में जमीनी स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण है और इसे जितनी अधिक सुरक्षा से संभाल सकते हैं, संभालने की कोशिश हो रही है।
हवाई अड्डे के बाहर जमा है हजारों की भीड़
मंत्रालय ने यह नहीं बताया है कि ये मौतें कब हुईं और क्या ये मौतें शनिवार को मारे गए चार लोगों के अलावा हुई हैं। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से काबुल हवाई अड्डे से मार्मिक तस्वीरें सामने आ रही हैं। देश छोड़ना चाह रहे हजारों लोग हवाई अड्डे के बाहर जमा हैं और विमानों में सवार होने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी भी तस्वीरें सामने आई थीं, जिसमें लोग रनवे पर विमान के आगे-आगे भाग रहे हैं।
हवाई अड्डे के बाहर है तालिबान का कब्जा
काबुल हवाई अड्डे पर अभी अमेरिका का कब्जा है और यहां करीब 4,500 अमेरिकी और 900 ब्रिटिश सैनिक तैनात हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत कई देश अपने नागरिकों को निकालने में जुटे हुए हैं। हवाई अड्डे के बाहर की चौकियों पर तालिबान के लड़ाके तैनात हैं और वो बिना दस्तावेज वाले अफगान नागरिकों को हवाई अड्डे में प्रवेश से रोक रहे हैं। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
अमेरिका ने जारी की है चेतावनी
मौजूदा हालात देखते हुए अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है। अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि जब तक अधिकृत प्रतिनिधि की तरफ से उन्हें बुलाया नहीं जाता, वो काबुल हवाई अड्डे पर न आएं।
'सबसे मुश्किल' अभियानों में से एक बता चुके बाइडन
इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से निकासी अभियान को इतिहास से 'सबसे मुश्किल' अभियानों में से एक बताया था। उन्होंने कहा था कि वहां से लोगों को निकालना काफी खतरे से भरा काम है और उन्हें नहीं पता कि इस अभियान का अंत कैसा होने वाला है। बाइडन ने पिछले सप्ताह को 'दिल दहला देने' वाला बताते हुए कहा कि उनका प्रशासन लोगों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
पाकिस्तान ने निकासी अभियान बंद किया
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने का अभियान अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा कि उनके पास अफगानिस्तान में इंतजामों की कमी है और काबुल हवाई अड्डे पर भी पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।
168 लोगों को लेकर दिल्ली पहुंचा वायुसेना का विमान
रविवार सुबह 168 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान काबुल से दिल्ली पहुंचा था। यह विमान हिंडन हवाई अड्डे पर उतरा था, जहां अफगान नागरिकों का पोलियो वैक्सीनेशन भी किया गया। इससे पहले काबुल से ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे और कतर की राजधानी दोहा ले जाए गए भारतीयों को लेकर एयर इंडिया के दो विमान देर रात दिल्ली पहुंचे थे। दुशांबे से आए विमान में 87 और दोहा से आए विमान में 135 भारतीय सवार थे।
भारत को रोजाना दो उड़ानों की अनुमति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत को काबुल से रोजाना दो निकासी उड़ानों की इजाजत मिली है। अमेरिका और नॉर्थ अलायंस ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) बलों की तरफ से ये छूट दी गई है, जो हवाई अड्डे का प्रबंधन देख रही है।
अफगानिस्तान में क्या चल रहा है?
अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और अपनी सरकार बनाने की जुगत में लगा हुआ है। उसका प्रयास है कि वह एक ऐसी सरकार बना सके जो अफगानिस्तान के अधिकांश लोगों को स्वीकार हो और इस संबंध में उसके नुमांइदे देश के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और वरिष्ठ नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला से मिल चुके हैं। तालिबान ने साफ कर दिया है कि अफगानिस्तान में लोकतंत्र नहीं होगा।