तालिबान पर दिए बयान के बाद सपा सांसद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
तालिबान को लेकर दिए गए बयान के बाद उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क मुश्किलों में फंस गए हैं। संभल पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह और अन्य धाराओं में FIR दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि बर्क का बयान देशद्रोह की श्रेणी में आता है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बर्क के बयान की आलोचना की थी। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
बर्क ने क्या बयान दिया था?
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बर्क ने तालिबान का समर्थन करते हुए कहा था, "जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, तब हमारे देश ने आजादी की लड़ाई लड़ी। अब तालिबान अपने देश को आजाद करना चलााना चाहते हैं। तालिबान वह ताकत है, जिसने रूस और अमेरिका जैसे मजबूत देशों को अपने मुल्क में जमने नहीं दिया।" उन्होंने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में ताकत है और वहां के लोग इसके नेतृत्व में आजादी चाहते हैं।
पुलिस का क्या कहना है?
संभल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शिकायत मिलने पर बर्क के अलावा दो अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन पर स्वंतत्रता सेनानियों की तालिबान से तुलना करने का आरोप है और भारत सरकार तालिबान को आंतकी संगठन मानती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देशद्रोह की श्रेणी में आते हैं। इसलिए उनके खिलाफ धारा 124ए (देशद्रोह) और 153A, 295 आईपीसी के तहत FIR दर्ज हुई है। संभल सदर कोतवाली में यह मामला दर्ज हुआ है।
योगी आदित्यनाथ ने की निंदा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बर्क के बयान की निंदा की है। विधान परिषद में बोलते हुए उन्होंने कहा, "मैं आज सुबह-सुबह एक पार्टी के सांसद का वक्तव्य सुन रहा था। वह तालिबान का बड़ी बेशर्मी के साथ समर्थन कर रहे थे। यानी उनके बर्बर कृत्यों का समर्थन कर रहे थे।" योगी ने आगे कहा, "हम संसदीय लोकतंत्र को कहां ले जा रहे हैं। हम ऐसे कृत्यों का समर्थन कर रहे हैं जो मानवता के लिए कलंक हैं।"
मौर्य बोले- इमरान खान और बर्क के बयान में अंतर नहीं
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं तो बयान देने वाले व्यक्ति और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान में कोई अंतर नहीं रह जाता। दरअसल, इमरान ने कहा था कि तालिबान ने दासता की बेड़ियां तोड़ी हैं।
तालिबान ने अफगानिस्तान पर किया कब्जा
गौरतलब है कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद तालिबान ने युद्ध समाप्ति की घोषणा करते हुए कहा है कि वह जल्द ही नई शासन व्यवस्था की जानकारी देगा। अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबान ने कहा कि किसी भी देश को अफगानिस्तान से कोई खतरा नहीं होगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि अफगानिस्तान अब संघर्ष का मैदान न रहे।