रूस अपना रक्षा बजट 25 प्रतिशत बढ़ाएगा, जानिए यूक्रेन से युद्ध के बीच कैसे होगा संभव
रूस और यूक्रेन युद्ध जारी युद्ध 1,000 दिन की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसके खत्म होने के आसान नहीं दिख रहे। रूस ने अपने रक्षा बजट को 25 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है, जबकि वह पहले ही अपने रक्षा बजट को अब तक के शीर्ष पर पहुंचा चुका है। ऐसे में यह बढ़ोतरी उसकी युद्ध की मजबूत तैयारियों की ओर इशारा करती है। आइए जानते हैं आखिर युद्ध के बीच रूस के पास पैसा कहां से आएगा।
रूस की रक्षा बजट को रिकॉर्ड स्तर पर ले जाने की तैयारी
रूसी संसद की वेबसाइट पर सोमवार को प्रकाशित मसौदा बजट दस्तावेजों से पता चला है कि रूस 2025 में अपने रक्षा बजट को 25 प्रतिशत की वृद्धि करेगा। इसके बाद उसका रक्षा बजट 145 अरब डॉलर (लगभग 12.18 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगा। यह सोवियंत संघ के इतिहास का सबसे बड़ा रक्षा बजट कहलाएगा। यह बजट इस साल के लिए निर्धारित बजट से करीब 3 लाख करोड़ रुपये अधिक है। यह बढ़ोतरी रूस इरादों को स्पष्ट करती है।
रूस के कुल सरकारी खर्च का 40 प्रतिशत होगा रक्षा बजट
दस्तावेजों के अनुसार, रूस का रक्षा बजट कुल सरकारी खर्च का करीब 40 प्रतिशत होगा। इसके अलावा, मसौदा बजट से पता चला है कि सामाजिक खर्च इस वर्ष 77 खरब रूबल (करीब 7.77 लाख करोड़ रुपये) से 16 प्रतिशत घटकर 60.50 करोड़ रुपये हो जाएगा। इसी तरह शिक्षा के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 0.7 प्रतिशत (1.58 लाख करोड़ रुपये) और स्वास्थ्य सेवा के लिए 0.87 प्रतिशत (करीब 1.86 करोड़ रुपये) आवंटित किया जाएगा।
कैसी है रूस की अर्थव्यवस्था की स्थिति?
फरवरी 2022 में युद्ध की शुरुआत के बाद से कई पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। हालत यह है कि उस पर ईरान, क्यूबा और उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों से भी अधिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। हालांकि, इसके बावजूद, रूस की अर्थव्यवस्था ठीक चल रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अप्रैल में रूस की अर्थव्यवस्था में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमार लगाया था, जो ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी से काफी अधिक है।
रूस की अर्थव्यवस्था पर क्या कहती है विश्व बैंक की रिपोर्ट?
विश्व बैंक ने जुलाई में रूसी अर्थव्यवस्था को 'उच्च-मध्यम आय' वाले देश से 'उच्च आय' वाले देश के रूप में बदल दिया। विश्व बैंक की रिपोर्ट ने देश की वास्तविक सकल GDP में 3.6 प्रतिशत प्रतिशत की दर से वृद्धि होने का अनुमान लगाया है और इसके पीछे कई कारण भी बताए हैं, जिनमें व्यापार वृद्धि (6.8 प्रतिशत), निर्माण गतिविधि में वृद्धि (6.6 प्रतिशत) और तेजी से बढ़ता वित्तीय क्षेत्र (8.7 प्रतिशत) शामिल हैं।
रूस के पास धन के स्रोत क्या हैं?
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि रूस के युद्ध के बीच भी अपनी अर्थव्यवस्था बचाए रखने के साथ उसे मजबूत करने में उसकी आय के विभिन्न स्रोतों का योगदान रहा है। तेल और गैस निर्यात उसकी कमाई का सबसे बड़ा जरिया है। पश्चिमी देशों और उसके सहयोगियों ने रूसी तेल और गैस निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। हालांकि, उन्होंने अपने हितों को देखते हुए जीवाश्म ईंधन का उत्पादन जारी रख पाने और बेचने की भी छूट दी है।
भारत और चीन ने खरीदा सबसे अधिक तेल
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की रिपोर्ट के अनुसार, रूस पर प्रतिबंध के बाद भारत उसका सबसे बड़ा तेल खरीदार रहा हैं। रूस ने 2023 में भारत से कच्चे तेल की बिक्री से 37 बिलियन डॉलर (3.10 लाख करोड़) की कमाई की है। भारत ने युद्ध से पहले की तुलना में रूसी कच्चे तेल की खरीद में 13 गुना की वृद्धि दर्ज की है। इसी तरह चीन ने भी बड़ी मात्रा में तेल खरीदा है।
क्या है रूस की आय के अन्य स्रोत
रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस का तेल और गैस राजस्व सालाना आधार पर 50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 9.4 अरब डॉलर (7.89 लाख करोड़ रुपये) हो जाएगा। ये राजस्व रूस के लिए नकदी का सबसे महत्वपूर्ण एकल स्रोत रहा है। इसी तरह रूस के लिए आय का एक और बड़ा स्रोत इनकम टैक्स है। उसने 2024 की शुरुआत में इनकम टैक्स दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसमें अधिकतम आय पर 22 प्रतिशत टैक्स वसूल किया जाता है।