सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार को घेरा, विशेष राज्य के दर्जे की मांग भी उठी
केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने बजट सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। इसमें विपक्ष ने सरकार को NEET-UG परीक्षा, उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा को लेकर दिए गए आदेश जैसे मुद्दे पर सरकार को घेर लिया। इस दौरान कांग्रेस ने सरकार पर डिप्टी स्पीकर का पद देने का भी दबाव बनाया। NDA की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बिहार और YSR-कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश के विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
किसने उठाया क्या मुद्दा?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने NEET-UG विवाद के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया। समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने कावड़ यात्रा मार्ग पर दुकानों के बाहर संचालकों का नाम प्रदर्शित करने के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश को तानाशाही बताया। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) संसद में विपक्षी सांसदों को भी बोलने की मंजूरी देने की अपील की।
JDU और YSR-कांग्रेस ने उठाया विशेष राज्य का मुद्दा
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने बताया कि बैठक में JDU नेता ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। इसी तरह YSR-कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश को यह दर्जा देने की मांग उठाई। हालांकि, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने इस पर चुप्पी साधे रखी। बता दें, JDU ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित पार्टी की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव भी पास किया था और अब मांग भी उठा ली है।
TMC ने नहीं लिया बैठक में हिस्सा
तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कोई भी प्रतिनिधि बैठक में नहीं पहुंचा। TMC संसदीय दल के नेता डेरेक ओब्रायन ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर बताया था कि पार्टी के 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाने के चलते वह इसमें शामिल नहीं होंगे।
बैठक में कौन-कौन शामिल हुए?
सर्वदलीय बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) नेता चिराग पासवान, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी, RJD सांसद अभय कुशवाह, JDU नेता संजय झा, आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद संजय सिंह, सपा नेता रामगोपाल यादव और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सांसद प्रफुल्ल पटेल आदि शामिल हुए। बड़ी बात यह रही कि NDA के सहयोगी जीतन राम माझी और जयंत चौधरी बैठक में शामिल नहीं हुए। हालांकि, उन्होंने पहले ही इसकी सूचना दे दी थी।