यूक्रेन में रेप और यौन हिंसा है रूसी सेना की रणनीति का हिस्सा- संयुक्त राष्ट्र दूत
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में रूसी सेना द्वारा महिलाओं का रेप करने सहित यौन हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने भी इस संबंध में शिकायतें मिलने पर चिंता जताई थी। इस बीच अब संघर्ष के दौरान यौन हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत प्रमिला पैटन का दावा है कि यूक्रेन में महिलाओं का रेप करना और यौन हिंसा के साथ लोगों से अमानवीय व्यवहार रूसी सेना की रणनीति का हिस्सा है।
"युद्ध में रेप को किया जा रहा है हथियार के रूप में इस्तेमाल"
NDTV के अनुसार, पैटन ने एक इंटरव्यू में AFP से कहा, "यूक्रेन में रूसी सेना की ओर से किए जा रहे रेप, यौन हिंसा और अमानवीय व्यवहार रूस की सैन्य रणनीति का हिस्सा है। रूस ने यह रणनीति लोगों को परेशान करने के लिए बनाई है।" यूक्रेन में रेप और यौन हिंसा को हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "यूक्रेन में घटित ये सभी घटनाएं पूरी तरह से इस बात का संकेत देती हैं।"
घटनाएं देती है रूसी सैन्य रणनीति की गवाही- पैटन
पैटन ने कहा, "जब महिलाओं को कई दिनों तक बंधक बनाए रखा जाता है और उनका बलात्कार किया जाता है। जब आप छोटे बच्चों और युवाओं के साथ यौन हिंसा करना शुरू करते हैं, जब आप निजी अंगों को चोट पहुंचाने वाली घाटनों की सीरीज देखते हैं या जब आप महिलाओं को वियाग्रा (यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवा) से लैस रूसी सैनिकों के बारे में गवाही देते सुनते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से एक सैन्य रणनीति नजर आती है।"
यूक्रेन में सामने आ चुके हैं 100 से अधिक रेप और यौन हिंसा के मामले
सितंबर के अंत में जारी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पैटन ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में फरवरी में रूस के हमले के बाद से अब तक रेप और यौन हमलों के 100 से अधिक मामलों को सत्यापित किया है।" उन्होंने कहा, "रिपोर्ट में रूसी सेना द्वारा किए मानवता के खिलाफ अपराधों की पुष्टि की गई है और एकत्रित साक्ष्यों के अनुसार, यौन हिंसा के शिकार लोगों की आयु चार से 82 वर्ष के बीच है।"
पीड़ितों में ज्यादातर हैं महिलाएं और लड़कियां- पैटन
पैटन ने कहा कि रूसी सेना की प्रताड़ना झेलने वाले पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां हैं, लेकिन उन्होंने पुरुष और बच्चों को भी अपना शिकार बनाया है। अभी तक सामने आए मामले हकीकत से बहुत कम है। उन्होंने कहा कि जारी युद्ध के दौरान सही आंकड़ों का पता लगना बहुत मुश्किल है और संख्या कभी भी हकीकत को बयां नहीं कर सकती है। यौन हिंसा एक मूक अपराध है और इसकी शिकायत बहुत कम होती है।
वर्तमान में क्या है यूक्रेन-रूस युद्ध के हालात?
रूस-यूक्रेन युद्ध अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। पिछले दिनों रूस ने राजधानी कीव सहित कई शहरों पर मिसाइलों से हमले किए थे। उनमें 10 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसको लेकर 30 सितंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने NATO की सदस्यता के लिए आवेदन कर दिया। ऐसे में गुरुवार को रूस ने यूक्रेन को NATO में शामिल करने पर तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने की चेतावनी दी है।