NATO प्रमुख का बड़ा बयान, बोले- रूस के खिलाफ चल रहा युद्ध जीत सकता है यूक्रेन
क्या है खबर?
नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) प्रमुख जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि यूक्रेन रूस के खिलाफ चल रहे मौजूदा युद्ध को जीत सकता है।
NATO के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि यूक्रेनी लोग बहादुरी से अपनी मातृभूमि की रक्षा कर रहे हैं और पूर्वी यूक्रेन के डोनबास इलाके में रूस का आक्रमण थम गया है।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध रूस की योजना के मुताबिक नहीं जा रहा।
यूक्रेन युद्ध
रूस-यूक्रेन युद्ध में अभी क्या हो रहा है?
दो महीने के युद्ध के बावजूद यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने में नाकाम रहने के बाद रूस ने अपना ध्यान यूक्रेन के पूर्वी हिस्से डोनबास पर केंद्रित किया है।
रूस ने यहां हजारों की संख्या में सैनिक तैनात किए है और यहां स्थित शहरों पर लगातार हमले कर रहा है। यहां सबसे भीषण लड़ाई इजियम शहर के आसपास चल रही है जिस पर रूस ने कब्जा किया हुआ है।
हमले
यूक्रेनी सेना के जवाबी हमलों के कारण उसे घेर नहीं पा रही रूसी सेना
डोनबास में रूस यूक्रेनी सैनिकों को चारों तरफ से घेरने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इजियम के पास यूक्रेनी सेना के जवाबी हमलों से ऐसा करना संभव नहीं हो पा रहा है। बदले में रूस ने भी अपने हमले तेज कर दिए हैं।
यूक्रेनी सेना की जॉइंट टास्क फोर्स ने कहा कि रविवार को उसके जवानों ने रूस के 17 हमलों को नाकाम किया और उसके दो हेलीकॉप्टर, दो क्रूज मिसाइल और सात ड्रोेन को नष्ट किया।
रूस का दावा
रूस ने किया मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम और ड्रोन मार गिराने का दावा
दूसरी तरफ रूस ने दावा किया कि उसने रविवार को दोनेत्स्क और लुगांस्क में यूक्रेन के दो मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम और रडार ध्वस्त कर दिए, वहीं 15 ड्रोन को भी मार गिराया गया।
यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूस दोनेत्स्क और लुगांस्क में नागरिक इलाकों को भी निशाना बना रहा है।
रूस ने पश्चिमी यूक्रेन के ल्वीव शहर स्थित सैन्य ठिकानों पर भी चार मिसाइलें दागीं। इससे पहले उसने आखिरी बार 3 मई को ल्वीव पर निशाना साधा था।
स्थिति सामान्य
पश्चिमी और मध्य यूक्रेन स्थित शहरों में सामान्य हो रही स्थिति
ल्वीव पर इस हमले के बीच यूक्रेन के पश्चिमी और केंद्रीय इलाकों में अभी स्थिति सामान्य की तरफ लौट रही है और विदेशी राष्ट्राध्यक्ष इन जगहों का दौरा भी कर चुके हैं।
यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कीव का दौरा किया था, वहीं कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कीव के बाहर स्थित इरपिन शहर का दौरा किया था।
संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इरपिन और इसके आसपास के इलाकों का दौरा किया था।
NATO क्या है?
न्यूजबाइट्स प्लस
NATO अमेरिका और उसके सहयोगियों का एक सैन्य गठबंधन है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद रूस को देखते हुए 4 अप्रैल, 1949 को एक संधि के जरिए इसका गठन किया गया था।
अमेरिका, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम (UK) समेत 12 देशों ने इसकी स्थापना की थी। अभी इसके सदस्यों की संख्या 30 है।
NATO का सबसे प्रमुख प्रावधान ये है कि अगर कोई इनमें से किसी एक देश पर हमला करता है तो इसे सभी देशों पर हमला माना जाएगा।