हैदराबाद गैंगरेप केस: पीड़िता की पहचान उजागर करने के आरोप में भाजपा विधायक के खिलाफ केस
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के चर्चित गैंगरेप मामले की पीड़िता की तस्वीर और वीडियो शेयर करने के लिए भाजपा के एक विधायक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। भाजपा विधायक रघुनंदन राव माधवनेनि ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी तस्वीर और वीडियो जारी की थीं जिनसे कथित तौर पर पीड़िता की पहचान उजागर हो रही थी। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 228A (रेप पीड़िता की पहचान उजागर करना) के तहत FIR दर्ज की गई है।
क्या है पहचान उजागर करने का पूरा मामला?
दुब्बक सीट से विधायक रघुनंदन राव ने 4 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एक AIMIM विधायक के बेटे के गैंगरेप के इस मामले में शामिल होने का दावा किया था। अपने दावे को साबित करने के लिए उन्होंने घटना से संबंधित एक वीडियो और कुछ तस्वीरें भी साझा की थी जिसमें उन्होंने विधायक के बेटे के दिखने का दावा किया। राव पर इन्हीं तस्वीरों और वीडियो के जरिए पीड़िता की पहचान उजागर करने का आरोप है।
राव ने किया पीड़िता की पहचान उजागर करने से इनकार
मामले में अपना बचाव करते हुए राव ने पीड़िता की पहचान उजागर करने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वीडियो से पीड़िता को नहीं पहचाना जा सकता और इसमें उसका चेहरा नहीं दिख रहा था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं। मैं कानूनी रूप से इस केस का सामना करूंगा। मेरे खिलाफ कांग्रेस ने केस दर्ज कराया है। पार्टी मेरे साथ है।"
क्या है हैदराबाद गैंगरेप मामला?
हैदराबाद में 28 मई को एक किशोरी के साथ बड़े घरों से आने वाले पांच लड़कों ने गैंगरेप किया था। पीड़िता अपने दोस्तों के साथ एक पब में पार्टी करने गई थी। आरोप है कि लौटते वक्त आरोपी लड़कों ने उसे अपनी मर्सिडीज कार से घर छोड़ने की पेशकश की, जिसे पीड़िता ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने बीच में गाड़ी बदली और फिर जुबली हिल्स इलाके में सुनसान जगह पर ले जाकर पीड़िता का गैंगरेप किया।
पांच में से तीन आरोपी नाबालिग, VIP का बेटा भी शामिल
मामले में शामिल पांच आरोपियों में से तीन नाबालिग बताए जा रहे हैं। इसके अलावा एक आरोपी के विधायक का बेटा होने और एक आरोपी के अल्पसंख्यक बोर्ड अध्यक्ष का बेटा होने का दावा किया जा रहा है। पुलिस ने एक आरोपी के VIP का बेटा होने की पुष्टि की है, हालांकि नाबालिग होने के कारण उसकी पहचान उजागर नहीं की गई है। मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक आरोपी अभी भी फरार है।