वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट: फिनलैंड फिर बना सबसे खुशहाल देश, 144वें स्थान पर भारत
पूरी दुनिया कोरोना वायरस (COVID-19) जैसी महमारी से जूझ रही है और दुनियाभर के लोग इससे परेशान हैं। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) ने शुक्रवार को वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट (वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट) 2020 जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक फिनलैंड को लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है। इसी तरह स्विटजरलैंड ने दूसरा स्थान हासिल किया है। भारत इस लिस्ट में 144वें स्थान पर है। आइए जानें पूरी लिस्ट।
विश्व के 156 देशों पर रिसर्च कर तैयार की रिपोर्ट
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने 2012 में 20 मार्च को विश्व खुशहाली दिवस घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट के 156 देशों को इस आधार पर रैंक करती है कि उसके नागरिक खुश को कितना खुश महसूस करते हैं। रिपोर्ट तैयार करने के लिए प्रति व्यक्ति आय, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, भ्रष्टाचार आदि को शामिल किया जाता है। इस साल की रिपोर्ट खासकर पर्यावरण को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
मुश्किल रहा खुशहाल देशों की लिस्ट तैयार करना
इस साल कोरोना वायरस महामारी की वजह से आर्थिक नुकसान और लगातार हो रही मौत की वजह से खुशहाल देशों की सूची तैयार करना काफी मुश्किल था। अधिकतर देशों के लोग कोरोना के खौफनाक प्रभाव को लेकर काफी परेशान थे।
इस तरह से किया जाता है खुशहाली का मापन
संयुष्ट राष्ट्र के अनुसार खुशहाल देशों की श्रेणी में उन्हें शामिल किया जाता है जहां लोगों को सबसे ज्यादा अपनापन का अहसास होता है। जहां के लोगों को यह भरोसा होता है कि जरूरत के समय वह एक-दूसरे के काम आएंगे। रिपोर्ट तैयार करने वाले विशेषज्ञों में से जॉन हेलिवेल ने कहा कि खुशहाली में लोगों के संबंधों के बीच लचीलेपन को देखा जाता है। वहां लोग मुश्किल परिस्थितियों में एक-दूसरे की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं।
अमेरिका की रैंकिंग में हुआ एक स्थान का सुधार
रिपोर्ट के आधार पर इस साल अमेरिका की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। इस यह विश्व की सबसे बड़ी शक्ति एक स्थान के सुधार के साथ 18वें स्थान पर पहुंच गई है। बता दें कि दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक होने के बावजूद अमेरिका खुशहाली के मामले में अन्य छोटे देशों की तुलना में पीछे है। खुशहाली के मामले में डेनमार्क तीसरे, नॉर्वे चौथे, आइसलैंड पांचवें और नीदरलैंड ने छठा स्थान हासिल किया है।
भारत में कम हुई खुशहाली, रैकिंग में आई चार स्थानों की गिरावट
खुशहाली के मामले में यदि भारत की बात की जाए तो इस वर्ष देश में खुशहाली कम हुई है। भारत ने इस सूची में चार पायदान लुढ़कर 144वां स्थान हासिल किया है। गत वर्ष भारत की रैकिंग 140 थी। इसी तरह देश की राजधानी दिल्ली दुनिया के सबसे नाखुश शहरों की सूची में सातवें पायदान पर है। इस रिपोर्ट से यह साबित हो रहा है कि सरकार के लगातार प्रयासों के बाद भी देश के लोगों में खुशहाली नहीं है।
यह है अन्य देशों की स्थिति
खुशहाली के मामले में अन्य शक्तिशाली देश यूनाइटेड किंगडम (UK) ने 13वां स्थान हासिल किया है। इसी तरह जर्मनी 17वें, जापान 62वें और रूस 73वें स्थान पर है। इसी तरह बेल्जियम ने खुशहाल देशों की सूची में 20वां स्थान हासिल किया है। यदि सबसे खुशहाल शहरों की बात की जाए तो फिललैंड के हेलसिंकी ने पहला, डेनमार्क के आरहुस ने दूसरा, न्यूजीलैंड के वेलिंगटन ने तीसरा, स्विटजरलैंड के जुरिच ने चौथा और कोपेनहेग ने पांचवां स्थान हासिल किया है।
नाखुश देशों की सूची में अफगानिस्तान ने हासिल किया पहला स्थान
संयुक्त राष्ट की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे नाखुश देशों की सूची में अफगानिस्तान ने पहला स्थान हासिल किया है। इसी तरह अफगानिस्तान के काबुल ने दुनिया के सबसे नाखुश शहरों की सूची में पहला स्थान प्राप्त किया है। नाखुश देशों की सूची में साउथ सूडान ने तीसरा, रवांडा ने चौथा, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक ने पांचवां और तंजानिया ने छठा स्थान हासिल किया है। इस सूची में भारत का दसवां स्थान है।
दुनिया के शीर्ष दस खुशहाल देश
1) फिनलैंड 2) डेनमार्क 3) स्विटजरलैंड 4) आइसलैंड 5) नार्वे 6) नीदरलैंड 7) स्वीडन 8) न्यूजीलैंड 9) ऑस्ट्रिया 10) लक्जमबर्ग
दुनिया के शीर्ष दस नाखुश देश
1) अफगानिस्तान 2) साउथ सूडान 3) जिम्बाब्वे 4) रवांडा 5) सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक 6) तंजानिया 7) बोत्सवाना 8) यमन 9) मलावी 10) भारत