पिछले 20 सालों में बढ़ीं उड़नतश्तरी देखे जाने की घटनाएं- अमेरिकी रक्षा मंत्रालय
पिछले दो दशकों में आसमान में नजर आने वाली उड़नतश्तरियों (अनआइटेंडिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) की संख्या में इजाफा देखा गया है। अमेरिका के एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने मंगलवार को उड़नतश्तरियों पर हुई सुनवाई के दौरान सांसदों को यह जानकारी दी। अमेरिकी नौसेना इंटेलीजेंस के उप निदेशक स्कॉट ब्रे ने कहा कि 2000 के बाद से अनाधिकृत, अज्ञात विमानों और ऑब्जेक्ट्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
तकनीकी विकास को बताया कारण
अमेरिकी संसद की सुरक्षा समिति को जानकारी देते हुए ब्रे ने बताया, "हम 2000 के बाद से सैन्य नियंत्रित प्रशिक्षण इलाकों, प्रशिक्षण रेंज और दूसरे निर्धारित एयरस्पेस में अनाधिकृत और अज्ञात विमानों और ऑब्जेक्ट्स की संख्या में इजाफा देख रहे हैं।" इस बढ़ोतरी के पीछे उन्होंने तकनीकी विकास को वजह बताया है। साथ ही कहा कि अमेरिकी सेना में अब ऐसी घटनाओं के देखे जाने या एनकाउंटर की घटनाओं को रिपोर्ट करने में झिझक नहीं है।
घटनाओं के पीछे एलियन का हाथ होने का सबूत नहीं
ब्रे ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने ऐसा कुछ नहीं पाया है, जिससे पता चले कि इन घटनाओं के पीछे एलियन का हाथ है। हालांकि, उन्होंने इस संभावना को पूरी तरह खारिज भी नहीं किया और कहा, "हमने ऐसी कोई धारणाएं नहीं बनाई हैं कि ये क्या है और क्या नहीं।" पिछले साल जून में अमेरिकी खुफिया विभाग की एक और रिपोर्ट आई थी, जिसमें बताया गया था कि आसमान में एलियन होने का कोई सबूत नहीं मिला है।
वस्तुओं की गलत पहचान भी हो सकती है घटनाओं में इजाफे की वजह
उस रिपोर्ट में कहा गया था कि उनके पास कुछ पायलटों द्वारा देखी गई असाधारण घटनाओं के पीछे के कारणों की जानकारी नहीं है। दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है कि राडार सिस्टम द्वारा ड्रोन्स या पक्षियों की गलत पहचान भी इन घटनाओं में बढ़ोतरी का कारण हो सकती है। वहीं कुछ चीन और रूस जैसे सैन्य महाशक्तियों की तरफ से किए जा रहे उपकरणों और तकनीकों के टेस्ट को भी वजह मानकर चल रहे हैं।
राष्ट्र सुरक्षा को खतरे के हिसाब से आकलन करता है अमेरिका
अमेरिकी सेना और खुफिया विभाग का असल मकसद यह पता लगाना होता है कि क्या इन उड़नतश्तरियों से अमेरिका को किसी प्रकार का खतरा हो सकता है। मंगलवार को बैठक की अध्यक्षता कर रहे इंडियाना के डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि एंड्रे कार्सन ने भी ऐसी ही आशंका जताई थी। उन्होंने कहा कि इन अज्ञात उड़ने वाले ऑब्जेक्ट्स को राष्ट्र सुरक्षा को संभावित खतरे को तौर पर देखा जाना चाहिए और इनसे ऐसे ही निपटने की जरूरत है।