पेजर में किसने और कैसे लगाए विस्फोटक, अब तक क्या-क्या बातें पता चलीं?
लेबनान और सीरिया में हिजबुल्लाह सदस्यों के पास मौजूद पेजर फटने से करीब 3,000 लोग घायल हो गए हैं और 9 लोगों की मौत हुई है। अनुमान है कि हजारों पेजर में धमाके हुए हैं। हिज्बुल्लाह ने हमले का आरोप इजरायल पर लगाया है और बदला लेने की कसम खाई है। फिल्मी तरीके से अंजाम दिए गए हमले को लेकर कई थ्योरी चल रही है। आइए जानते हैं धमाकों के पीछे क्या-क्या वजहें मानी जा रही हैं।
PETN तकनीक का हुआ इस्तेमाल
सुरक्षा मामलों के जानकार इलिजाह मैग्नियर ने अल जजीरा से कहा, "इस हमले में एक प्रकार का विस्फोटक PETN इस्तेमाल किया गया था। PETN को पेजर के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में लगाया गया था। ये एक उच्च स्तर की तकनीक है और बिना किसी देश की खुफिया एजेंसी के इसका इस्तेमाल करना बेहद मुश्किल है।" यानी मैग्नियर पुष्टि कर रहे हैं कि कहीं न कहीं हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने की आशंका है।
पेजर में कैसे लगाए गए विस्फोटक?
हिजबुल्लाह ने कुछ महीनों पहले ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो से पेजर्स खरीदे थे। ये पेजर्स सीधे लेबनान नहीं भेजे गए, क्योंकि लेबनान में इस तरह के उपकरण का आयात करना प्रतिबंधित है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 3 महीने तक ये पेजर्स एक बंदरगाह पर थे। इसी दौरान इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद ने इन पेजर में विस्फोटक लगाए। दावा किया जा रहा है कि करीब 5,000 पेजर्स में विस्फोटक लगाए गए थे, जिसमें से लगभग 3,000 पेजर्स में विस्फोट हुआ।
कैसे किए गए धमाके?
स्काई न्यूज अरबिया के मुताबिक, मोसाद ने पेजर के भीतर PETN फिट किया था। इसका वजन 20 ग्राम से भी कम था। इसे पेजर की बैटरी के आसपास लगाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान में दोपहर 3.45 बजे इन पेजर्स पर एक मैसेज आया, जिसके बाद सिलसिलेवार धमाके होने लगे। कहा जा रहा है कि इस मैसेज ने पेजर में लगे विस्फोटक को सक्रिय कर दिया या बैटरी का तापमान बढ़ा दिया।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
ब्रिटिश सेना से जुड़े एक विशेषज्ञ ने पहचान छिपाए रखने की शर्त पर BBC से कहा, "हो सकता है इन पेजर्स में 10 से 20 ग्राम उच्च क्षमता का विस्फोटक चुपके से फिट कर दिया गया हो। इस विस्फोटक को पेजर में किसी संदेश को भेजकर फोड़ा गया हो, जैसे किसी खास तरह का कोड वाला मैसेज।" न्यूयॉर्क पोस्ट से विशेषज्ञ जेरी बैक ने कहा, "यह एक योजनाबद्ध IED घटना है। विस्फोटकों को जानबूझकर उपकरणों में एकीकृत किया गया था।"
पेजर बनाने वाली कंपनी का क्या कहना है?
पेजर बनाने वाली कंपनी गोल्ड अपोलो के संस्थापक हसू चिंग-कुआंग ने कहा, "जिन पेजर्स में धमाके हुए हैं, वे हमने नहीं बनाए। ये हमारे नाम से चलने वाले एक यूरोपीय कंपनी ने बनाए हैं। हमारी कंपनी ने गोल्ड अपोलो ब्रांड का इस्तेमाल करने के लिए एक यूरोपीय कंपनी के साथ 3 साल पहले समझौता किया था। पहले ये यूरोपीय कंपनी हमारे पेजर आयात करती थी, लेकिन बाद में खुद बनाने लगी।"
हमले को लेकर हिज्बुल्लाह ने क्या कहा?
हिज्बुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का वादा किया है। हिजबुल्लाह ने कहा, "किसी भी अन्य दिन की तरह प्रतिरोध आज भी जारी रहेगा। इस आपराधिक कृत्य, जिसमें नागरिक भी मारे गए हैं, उसके लिए इजरायल पूरी तरह जिम्मेदार है। विश्वासघाती और अपराधी दुश्मन को इसकी सजा मिलेगी।'' दूसरी ओर, इजरायल ने अभी तक किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है, लेकिन ज्यादातर जानकार हमले के पीछे इजरायल का ही हाथ मान रहे हैं।
धमाके में कौन-कौन चोटिल हुआ?
समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, मारे गए लोगों में से 2 हिज्बुल्लाह के 2 सांसदों के बेटे हैं। एक सूत्र ने कहा कि हिजुब्ल्लाह सदस्य की एक बेटी भी मारी गई है। लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल हुए हैं। उनकी एक आंख पूरी तरह खराब हो गई है, जबकि दूसरी में चोट आई है। मरने वालों में हिजबुल्लाह के 8 सदस्य और एक बच्ची भी शामिल है।