इजरायल के साथ तनाव के बीच ईरान बोला- अस्तित्व पर खतरा आया तो परमाणु हथियार बनाएंगे
क्या है खबर?
इजरायल के साथ तनाव के बीच ईरान ने एक बड़ी चेतावनी दी है। उसने कहा है कि अगर इजरायल से ईरान के अस्तित्व को खतरा हुआ तो वह अपनी परमाणु नीति में बदलाव करेगा और परमाणु हथियार बनाएगा।
देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार कमाल खर्राजी ने यह बात कही है।
उनके इस बयान ने परमाणु हथियार विकसित करने की ईरान की महत्वाकांक्षा पर एक बार फिर बहस तेज कर दी है।
बयान
खर्राजी ने क्या कहा?
खर्राजी ने कहा, "हमारा परमाणु हथियार बनाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर ईरान के अस्तित्व को खतरा हुआ तो हमारे पास अपने सैन्य सिद्धांत को बदलने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा।"
उन्होंने कहा कि अगर जायोनी शासन (इजरायल) ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करता है तो हमारा प्रतिरोध बदल जाएगा।
2021 में भी तत्कालीन ईरानी मंत्री ने कहा था कि बाहरी दबाव के कारण ईरान अपनी परमाणु नीति का पुनर्मूल्यांकन कर सकता है।
परमाणु समझौता
केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा इस्तेमाल करता है ईरान
बता दें कि ईरान ने 2015 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन) और जर्मनी के साथ परमाणु संधि की थी, जिसके तहत वह केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल करता है और उसके परमाणु बम बनाने पर रोक है।
अमेरिका 2018 में ही इस संधि से बाहर हो गया था, लेकिन बाकी देशों और ईरान ने इसे बनाया हुआ है और ईरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा।
तनाव
इजरायल और ईरान में बना हुआ है तनाव
बता दें कि परमाणु नीति पर ईरान का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव बना हुआ है और पिछले दिनों दोनों देशों ने पहली बार एक-दूसरे पर सीधे हमले किए थे।
इस तनाव की शुरुआत तब हुई जब 1 अप्रैल को इजरायली सेना ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया। इस हमले में ईरान के 7 वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मारे गए थे।
जवाब
इजरायल को जवाब देते हुए ईरान ने भी किया था हमला
इसके बदला लेने के लिए 14 अप्रैल को ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला कर दिया। ईरान की ओर से इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन दागे गए, जिनमें से अधिकांश को इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया।
इसके बाद ईरान में उसके भी कई ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला हुआ। माना जाता है कि यह हमले इजरायल ने कराए थे।
इजरायल ने इराक स्थित ईरानी सैन्य अड्डों पर भी हमले किए।