तुर्की और सीरिया में एक दिन के अंदर 3 बड़े भूकंप, लगभग 2,300 लोगों की मौत
क्या है खबर?
तुर्की और सीरिया में सोमवार शाम को 7.6 तीव्रता और 6 तीव्रता के दो और भूकंप आए। यहां आज सुबह से तीन बड़े भूकंप आ चुके हैं।
सुबह तड़के आए बेहद शक्तिशाली भूकंप में 2,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों घायल हुए हैं।
राहत और बचाव कार्य के दौरान मलबे से लगातार शव बरामद हो रहे हैं।
लेबनान, इराक, इजरायल, फिलिस्तीन और साइप्रस में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
भूकंप
सुबह से अब तक कई आफ्टर शॉक्स किए गए रिकॉर्ड
ANI ने तुर्की की मीडिया के हवाले से बताया कि सोमवार शाम को आए भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की में कहारनमारास प्रांत में एलबिस्तान जिला था। इसके सीरिया के दमिश्क, लताकिया समेत प्रांतों में भी तेज झटके महसूस किए गए।
बता दें कि विशेषज्ञों ने आने वाले कुछ घंटों या दिनों में भूकंप के कई और झटके महसूस किए जाने की आशंका जताई है। बतौर रिपोर्ट्स, सुबह से अब तक 70 से अधिक आफ्टर शॉक्स रिकॉर्ड किए गए हैं।
मौत
कहां हुई कितने लोगों की मौत?
AFP के मुताबिक, तुर्की में भूकंप के कारण 1,498 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 5,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सबसे अधिक तबाही अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिरसीरिया जैसे शहरों में हुई है।
वहीं सीरिया के अलेप्पो, लताकिया, हमा और टार्टस प्रांतों में करीब 810 लोगों की मौत हुई है। यहां पर कई इमारतें भी ढह गई हैं, जिनके मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका है।
भूकंप
तुर्की में सुबह 30 मिनट में आए थे तीन बड़े झटके
तुर्की में सुबह 30 मिनट के अंदर भूकंप के तीन बड़े झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के पहले झटके का केंद्र कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। स्थानीय समय के अनुसार, 7.8 तीव्रता वाला यह झटका सुबह 4:17 बजे आया।
वहीं 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 4:28 बजे आया, जबकि इसके 19 मिनट बाद यानी 4:47 बजे 5.6 तीव्रता का तीसरा झटका महसूस किया गया।
कारण
तुर्की में क्यों आते हैं भूकंप?
गौरतलब है कि तुर्की का ज्यादातर हिस्सा एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट पर बसा है। यह प्लेट यूरोशियन, अफ्रीकन और अरबियन प्लेट के बीच में फंसी हुई है। एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है, जबकि बाई तरफ ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है।
यह प्लेट घड़ी की विपरीत दिशा में घूम रही है और अरेबियन और यूरोशियन प्लेट को धक्का दे रही है। प्लेटों के बीच दबाव बनने के यहां कारण भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
ऐलान
भारत ने किया मदद का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की में आए भूकंप से लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत इस त्रासदी से निपटने के लिए तुर्की को हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है।
इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में एक बैठक हुई, जिसमें राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की दो टीमों को तुर्की भेजने का निर्णय लिया गया है।
भारत दवाइयां और अन्य राहत सामग्री भी तुर्की भेजेगा।
नुकसान
भूकंप से कई इमारतें जमींदोज
शक्तिशाली भूकंप से तुर्की के कहमानमारश शहर, गाजियानटेप और सीरिया के आसपास के इलाकों में इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भूकंप से हुए नुकसान की कई तस्वीरें और वीडियो शेयर हो रहे हैं। इनमें भूकंप के झटकों के कारण जमींदोज हुई इमारतों को देखा जा सकता है।
एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। जमींदोज इमारतों के मलबे में सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।