दुनियाभर में अचानक से क्यों ठप हुई माइक्रोसॉफ्ट की सेवाएं, हैकिंग या तकनीकी समस्या?
दिग्गज तकनीकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में आई गड़बड़ी की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। बैंकिंग से लेकर फ्लाइट्स और स्टॉक एक्सचेंज तक पर असर देखने को मिल रहा है। भारत से लेकर लंदन तक अलग-अलग देशों में सरकार और कंपनियां इस गड़बड़ी से परेशानियों का सामना कर रही हैं। अब कंपनी ने इस समस्या के पीछे का कारण बताया है। आइए जानते हैं क्यों कंपनी की सेवाएं ठप हो गईं।
कैसे हुई समस्या की शुरुआत?
इस गड़बड़ी की शुरुआती रिपोर्ट्स ऑस्ट्रेलियाई बैंकों और विमानन कंपनियों से आई थी। इन्होंने दावा किया कि उनका सिस्टम रिकवरी मोड में चला गया है और काम नहीं कर रहा है। इसके बाद जैसे-जैसे विदेशों में दिन की शुरुआत हुई और लोग काम पर लौटे, वैसे-वैसे दुनियाभर से इस तरह की रिपोर्ट आने लगी। सिडनी, नीदरलैंड, बर्लिन, अमेरिका, ब्रिटेन, समेत कई देशों के सुपरमार्केट, बैंक और रेल सेवाओं ने इसी तरह की समस्या आने की शिकायत की।
माइक्रोसॉफ्ट ने क्या बताई वजह?
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि उसने समस्या के पीछे के कारण की पहचान कर ली है और ज्यादातर सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। कंपनी ने कहा, "यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट ऐप्लीकेशन तक पहुंचने से रोकने वाली यह समस्या 'कॉन्फिगरेशन बदलाव' के कारण हुई थी। Azure बैकएंड वर्कलोड के एक हिस्से में यह कॉन्फिगरेशन बदलाव स्टोरेज और कंप्यूटर संसाधनों के बीच रुकावट पैदा कर रहा था। इस वजह से कई माइक्रोसॉफ्ट ऐप ने काम करना बंद कर दिया।"
क्या क्राउडस्ट्राइक की वजह से आई समस्या?
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह समस्या क्राउडस्ट्राइक की वजह से हुई है। दरअसल, क्राउडस्ट्राइक एक अमेरिकी साइबर सुरक्षा फर्म है, जो माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करती है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी का एक सॉफ्टवेयर अपडेट गलत हो गया था, जो विंडोज डिवाइसेस को ब्लॉक कर रहा था। इस वजह से कंप्यूटर स्क्रीन पर 'ब्लू स्क्रीन एरर' दिखाई दे रहा था।
मामले पर क्राउडस्ट्राइक ने क्या कहा?
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह समस्या अमेरिका स्थित साइबर सुरक्षा प्रदाता क्राउडस्ट्राइक द्वारा उपयोग किए जाने वाले फाल्कन सेंसर में खराबी के कारण आई है। सुरक्षा डाटा एकत्र करने के लिए कई व्यावसायिक कंप्यूटरों पर सेंसर लगाया जाता है। इसी खराबी का दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम पर असर पड़ा। मामले पर क्राउडस्ट्राइक ने कहा, "हमें फाल्कन सेंसर से संबंधित विंडोज डिवाइसेस पर क्रैश की रिपोर्ट की जानकारी है।"
साइबर अटैक या हैकिंग के चलते आई समस्या?
क्राउडस्ट्राइक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जॉर्ज कर्ट्ज ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'ये दिक्कत विंडोज के लिए जारी एक अपडेट की वजह से हुई है। इसका असर मैक और लिनक्स पर नहीं पड़ा है। ये कोई साइबर अटैक नहीं है।' डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेक एक्सपर्ट जेक मूर ने कहा कि ये क्राउडस्ट्राइक की तकनीकी परेशानी है। हालांकि, उन्होंने साइबर अटैक की संभावना से इनकार नहीं किया।
क्या है क्राउडस्ट्राइक?
जैसा कि हमने बताया, क्राउडस्ट्राइक एक साइबर सुरक्षा कंपनी है, जो कंपनियों को ऑनलाइन सुरक्षित रखने में मदद करती है। इसके प्रोडक्ट का इस्तेमाल माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं, दुनियाभर की कई कंपनियां करती हैं। इस कंपनी की स्थापना 2012 में जॉर्ज कर्ट्ज, दमित्री अल्पेरोविच और ग्रेग मार्टसन ने की थी। इसका कोई एक मालिक नहीं है, बल्कि कई व्यक्तिगत निवेशक, संस्था और रिटेल निवेशक भागीदार हैं। कंपनी में सबसे बड़े हिस्सेदारी (6.79 प्रतिशत) अमेरिकी निवेशक कंपनी वैनगार्ड की है।
गड़बड़ी से कहां-कितना हुआ असर?
गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर विमानन कंपनियों पर हुआ है। कम से कम 5 भारतीय विमानन कंपनियां प्रभावित हुई हैं। हैदराबाद, पटना, दिल्ली, कोलकाता समेत कई एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानों पर असर पड़ा है। समस्या के चलते ब्रिटेन के स्काय न्यूज का लाइव प्रसारण भी रुक गया था। लंदन स्टॉक एक्सचेंज को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा कई देशों में अस्पताल, रेल सेवा समेत अमेरिका की आपातकालीन 911 सेवा पर भी असर पड़ा है।