तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या 5,000 के पार पहुंची
तुर्की और सीरिया में भूकंप की चपेट आकर मरने वालों का आकंड़ा 5,000 के पार हो गया है, जबकि घायलों की संख्या हजारों में है। मंगलवार को भी तुर्की में 5.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। बीते सोमवार को दोनों देशों की सीमा पर बेहद शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किये गए थे, जिससे यहां भारी तबाही मची है और शवों के बरामद होने का सिलसिला जारी है। अनुमान है कि मरने वालों संख्या 20,000 तक जा सकती है।
भूकंप में लगभग 5,600 से अधिक इमारतें जमीदोंज
दक्षिणी तुर्की में सीरियाई सीमा के पास सोमवार सुबह आए भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई और इसके बाद कई झटके भी महसूस किये गए, जिससे राहत और बचाव कार्य में कठिनाइयां आ रही है। भूकंप के समय अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे और इमारतों के ढहने के कारण मलबे में दब गए। दोनों देशों में दर्जनों बहुमंजिला इमारतों समेत 5,600 से अधिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें अलेप्पो स्थित पुरातात्विक स्थल भी शामिल है।
दोनों देशों में कितने लोगों की मौत?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की में भूकंप के कारण अब तक 3,500 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 15,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यहां सबसे ज्यादा नुकसान अंकारा, गाजिएनटेप और कहरामनमारश जैसे शहरों में हुआ है। वहीं सीरिया में 1,500 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है, जबकि घायल की 3,600 से ज्यादा बताई जा रही है। यहां अलेप्पो, लताकिया, हमा और टार्टस प्रांतों में कई इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई है।
भारत समेत कई देशों ने मदद के लिए बढ़ाए हाथ
भूकंप आने के बाद से भारत समेत कई देशों ने तुर्की की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं, ताकि राहत और बचाव कार्यों में तेज लाई जा सके। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध झेल रहे सीरिया में मदद पहुंचाने में कुछ देरी हो रही है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की दो टीमों को तुर्की भेजने की घोषणा की है। साथ ही तुर्की को भारत की ओर से अन्य राहत सामग्री और दवाइयां भी मुहैया कराई जाएगी।
तुर्की में आए थे तीन भूकंप
तुर्की में सोमवार सुबह 30 मिनट के अंदर भूकंप के तीन बड़े झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के पहले झटके का केंद्र कहरामनमारश प्रांत के गाजिएनटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। स्थानीय समय के अनुसार, 7.8 तीव्रता वाला यह झटका सुबह 4:17 बजे आया। 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 4:28 बजे आया, जबकि इसके 19 मिनट बाद यानी 4:47 बजे 5.6 तीव्रता का तीसरा झटका महसूस किया गया।
तुर्की में पहले भी आ चुके हैं शक्तिशाली भूकंप
तुर्की भूकंप से लिहाज से दुनिया के सबसे संवेदनशील इलाकों में से एक है और यहां पहले भी कई शक्तिशाली भूकंप आ चुके हैं। साल 1999 में दूजा में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया था और इसमें 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे। जनवरी, 2020 में एलाजिग में 6.8 तीव्रता के भूकंप में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। पिछले साल एजियम सागर में 7.0 तीव्रता के भूकंप में 114 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।
तुर्की में राहत और बचाव कार्य जोरों पर
तुर्की गृह मंत्रालय के मुताबिक, देश में सात दिन का शोक घोषित किया गया है। भारत समेत 65 देशों से 2,600 से ज्यादा बचावकर्मी मदद के लिए आगे आए हैं। राहत और बचाव कार्य में 629 क्रेन और 360 गाड़ियां इस्तेमाल किया जा रहा है। आपदा प्रभावितों को सर्दी से बचाने के लिए 41,000 से ज्यादा टेंट लगाए हैं। इसके अलावा लोगों को खाने-पीने का सामान भी मुहैया करवाया जा रहा है।