
अमेरिका ने लगाया 125 प्रतिशत टैरिफ, चीन के पास क्या हैं विकल्प?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी देशों पर लागू होने वाले टैरिफ की समयसीमा को 90 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। हालांकि, उन्होंने चीन को कोई ढील नहीं दी है। इसके बजाय चीन पर टैरिफ को पहले के 104 प्रतिशत से बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया है।
इससे पहले चीन ने अमेरिका पर 84 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया था।
आइए जानते हैं अब चीन के सामने क्या विकल्प है।
मुद्रा
मुद्रा का अवमूल्यन करेगा चीन?
घरेलू स्तर पर टैरिफ का असर कम करने का सबसे आसान तरीका है मुद्रा का अवमूल्यन करना। हालांकि, इसके कई जोखिम भी हैं। इससे पूंजी देश से बाहर निकल सकती है।
इसके अलावा चीन घरेलू मांग को बढ़ाने के लिए निर्यात कर में छूट, ज्यादा सब्सिडी या प्रोत्साहन जैसी अन्य योजनाओं को लागू कर सकता है।
विश्लेषक सालों से ऐसी नीतियों की वकालत करते रहे हैं। हालांकि, इससे औद्योगिक अतिक्षमता बढ़ने का खतरा भी है।
टैरिफ
क्या चीन भी बढ़ाएगा टैरिफ?
खबर है कि चीन अमेरिका के कृषि उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा सकता है या उनका आयात पूरी तरह से बंद कर सकता है।
बीते कुछ समय से अमेरिका-चीन के बीच सोयाबीन को लेकर विवाद रहा है। इसका इस्तेमाल पशु आहार और वनस्पति तेल बनाने में किया जाता है।
ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी चीन ने 2018 में सोयाबीन पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। इससे अमेरिका से चीन को होने वाला सोयाबीन का निर्यात 75 प्रतिशत गिर गया था।
सेवा क्षेत्र
अमेरिका के सेवा क्षेत्र को निशाना बनाएगा चीन?
चीन अमेरिका की कंपनियों को सरकारी खरीद प्रक्रियाओं से बाहर कर या चीनी कंपनियों के साथ उनके सहयोग को प्रतिबंधित कर अमेरिका के सेवा क्षेत्र को निशाना बना सकता है।
चीन की स्टेट काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने चीन को सेवाओं के लिए अपने 5वें सबसे बड़े निर्यात बाजार के रूप में सूचीबद्ध किया है।
चीन सुरक्षा का हवाला देकर अमेरिकी कंपनियों की जांच कर सकता है।
फेंटेनाइल
फेंटेनाइल को लेकर सहयोग रोक सकता है चीन
अमेरिका चीन पर आरोप लगाता रहा है कि वो फेंटेनाइल ड्रग की तस्करी रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है। इस संबंध में 2023 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक समझौता हुआ था।
NBC न्यूज के अनुसार, चीन ट्रंप के टैरिफ के जवाब में उस सहयोग को रोक सकता है।
बता दें कि अमेरिका में ज्यादातर फेंटेनाइल चीन या मेक्सिको से आती है।
बयान
चीन बोला- अंत तक करेंगे मुकाबला
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, "अमेरिका का उद्देश्य लोगों का समर्थन नहीं जीत पाया और विफल हो जाएगा। चीन चुपचाप नहीं बैठेगा और अपने लोगों के वैध अधिकारों और हितों को वंचित नहीं होने देगा।"
वहीं, चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, "हम अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा के लिए लगातार और सख्त जवाबी कदम उठाते रहेंगे। अगर अमेरिका अपनी जिद पर उड़ा रहता है तो चीन भी अंत तक मुकाबला करेगा।"