जिनपिंग की मॉस्को यात्रा पर रूसी राजदूत बोले- भारत-रूस संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा
क्या है खबर?
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मॉस्को यात्रा के बाद भारत में रूसी राजदूत डेनिस एलिपोव ने उन दावों का खंडन किया, जिनमें इस यात्रा से रूस और भारत के संबंधों पर असर की बात कही जा रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'इन दिनों शी जिनपिंग की रूस यात्रा के परिणामों पर काफी विश्लेषण हो रहा है। लगता है जैसे प्रतिष्ठित भारतीय विशेषज्ञ रूस-चीन संबंधों का सपना देखते हैं और रूस-भारत रणनीतिक एकजुटता को नुकसान पहुंचाते हैं।'
बयान
भारत में क्या निकाले जा रहे हैं यात्रा के मायने?
जिनपिंग 20 से 23 मार्च तक रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर रहे। इस दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की।
भारत में विशेषज्ञों का इस यात्रा को लेकर मानना है कि रूस-चीन के रिश्ते मजबूत हुए तो इसका असर भारत पर पड़ेगा क्योंकि भारत और चीन का सीमा को लेकर पुराना विवाद है।
मौजूदा समय में रूस भी पश्चिमी देशों के बहिष्कार का सामना कर रहा है। ऐसे में उसे चीन जैसे मजबूत देश की जरूरत है।