ईरान का बड़ा कदम, ओमान की खाड़ी में इजरायली जहाज पर किया कब्जा
ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अब ईरान की नौसेना ने इजरायल से जुड़े एक जहाज पर कब्जा कर लिया है। ओमान की खाड़ी में 'MCS एरीज' नामक इस जहाज पर ईराने के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के जवान हेलिकॉप्टर से उतरे, जिसका वीडियो भी सामने आया है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स अब इस जहाज को ईरान ले जा रहे हैं। मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच इसे ईरान का बड़ा कदम माना जा रहा है।
भारत आ रहा था जहाज
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने इजरायल से जुड़े जिस जहाज पर कब्जा किया है, वो भारत आ रहा था। जहाज पर चालक दल के 20 सदस्य बताए जा रहे हैं, जो फिलिपींस के हैं। टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक कब्जे में लिए गए जहाज पर पुर्तगाल का झंडा लगा था। ये जहाज लंदन स्थित जोडिएक मैरिटाइम कंपनी का है। इस कंपनी में इजरायल के अरबपति इयाल ओफेर की हिस्सेदारी है।
UKMTO ने भी दी घटना की जानकारी
यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के फुजैराह से 50 समुद्री मील उत्तर-पूर्व में 'क्षेत्रीय अधिकारियों' द्वारा एक जहाज को जब्त कर लिया गया है। हालांकि, UKMTO ने यह नहीं बताया कि वह किस जहाज और क्षेत्रीय अधिकारियों का जिक्र कर रहा है। माना जा रहा है कि UKMTO ईरान द्वारा कब्जा किए गए जहाज की ही बात कर रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में ऐसी कोई दूसरी घटना नहीं हुई है।
इजरायल ने दी परिणाम भुगतने की चेतावनी
इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि ईरान को स्थिति को और अधिक बढ़ाने के लिए परिणाम भुगतना होगा। इजरायल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा, "अयातुल्ला अली खामनेई का शासन एक आपराधिक शासन है, जो हमास के अपराधों का समर्थन करता है। ये अब अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए समुद्री डाकू अभियान चला रहा है। मैं ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को तुरंत आतंकवादी संगठन घोषित करने और ईरान पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करता हूं।"
भारत ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
ईरान में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों की मदद के लिए एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। हालांकि, इजराइल में भारतीय दूतावास ने अब तक किसी तरह की एडवाइजरी जारी नहीं की है। दूसरी ओर, एयर इंडिया ने अपने विमानों को ईरान के हवाई क्षेत्र ने नहीं उड़ाने का फैसला लिया है। आज ही एयर इंडिया के एक विमान ने ईरान की बजाय दूसरे हवाई क्षेत्र से होकर लंदन की उड़ान भरी।
इजरायल-ईरान में क्यों बढ़ा तनाव?
दरअसल, इजरायली सेना ने 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। इस दौरान हवाई बमबारी में दूतावास की एक इमारत को पूरी तरह नष्ट हो गई थी। इस हमले में ईरान के 7 वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मारे गए थे। इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कहा था कि हमला करने के लिए इजरायल को दंडित किया जाना चाहिए और ऐसा किया जाएगा।