केरल: मंकीपॉक्स के संदिग्ध संक्रमित की मौत, पहला पुष्ट मरीज हुआ ठीक
केरल में मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध संक्रमित की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि मृतक 22 वर्षीय युवक कुछ दिन पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से आया था। मृतक युवक के सैंपल अलप्पुझा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में भेज दिया गया है। अधिकारियों ने युवक के परिजनों से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नियमों के तहत अंतिम संस्कार करने को कहा है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। ये बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है। ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस में चेचक (स्मालपॉक्स) और काउपॉक्स बीमारी फैलाने वाले वायरस भी आते हैं। साल 1958 में रिसर्च के लिए तैयार की गईं बंदरों की बस्तियों में यह वायरस सामने आया था और इससे पॉक्स जैसी बीमारी होना पाया गया था।
युवक में थे मंकीपॉक्स जैसे लक्षण
युवक का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उसमें मंकीपॉक्स जैसे लक्षण थे। भर्ती कराने के समय उसके शरीर पर लाल चकत्ते नहीं थे, लेकिन बाद में ये उभर आए। चूंकि वह अधिक जोखिम वाले देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा था, इसलिए उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। तीन दिन पहले UAE से लौटने के बाद से ही युवक को तेज बुखार था। हालांकि, अभी तक उसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।
लोगो से शांत रहने की अपील
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब तक रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हो जाती, लोगों के घबराने की जरूरत नहीं है। दुनियाभर में अब तक जितने मामले सामने आए हैं, उनमें से केवल पांच की मौत हुई है।
देश में अब तक चार मामले, एक पूरी तरह ठीक
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आए हैं, जिनमें से तीन केरल और एक दिल्ली में दर्ज किया गया है। केरल में संक्रमित पाए गए सभी लोग UAE से लौटे थे, जबकि दिल्ली के मरीज का कोई यात्रा इतिहास नहीं है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि केरल और देश में मंकीपॉक्स का पहला मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है। बाकी तीन मरीजों का अभी इलाज जारी है।
WHO ने घोषित किया 'वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल'
WHO ने मंकीपॉक्स को 'वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल' घोषित कर दिया है। इसका ऐलान करते हुए WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गेब्रिएसेस ने कहा, "हमारे सामने एक प्रकोप है जो नए-नए तरीकों से दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। इसके बारे में हमें बहुत कम पता है। इसलिए हमने फैसला किया है कि मंकीपॉक्स को 'वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल' घोषित किया जाए।" यह WHO का उच्चतम स्तर का अलर्ट है। यह इस बीमारी के खिलाफ एकजुट प्रयासों को प्रोत्साहित करेगा।