केरल: मंकीपॉक्स का मामला सामने आने के बाद पूरे राज्य में अलर्ट जारी
क्या है खबर?
बीते दिन केरल में देश के पहले मंकीपॉक्स के मामले की पुष्टि हुई थी। इसके एक दिन बाद स्वास्थ्य विभाग ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए राज्य के सभी 14 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है।
दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे संक्रमित व्यक्ति के साथ राज्य के पांच अन्य जिलों के यात्री भी थे। इसे देखते हुए तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलपुझा और कोट्टायम में विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई बैठक
शुक्रवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी।
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। पांच जिलों के यात्री संक्रमित व्यक्ति के साथ लौटे थे, जिसके चलते वहां विशेष अलर्ट जारी है। स्वास्थ्य विभाग इन लोगों के संपर्क में है।
उन्होंने बताया कि सभी जिलों में आइसोलेशन यूनिट तैयार हैं और डरने की कोई जरूरत नहीं है।
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संक्रमित व्यक्ति की हालत स्थिर
जॉर्ज ने बताया कि मंकीपॉक्स से संक्रमित 35 वर्षीय व्यक्ति की हालत स्थिर है। कोल्लम के रहने वाले इस व्यक्ति के संपर्क में आए 11 लोगों को उच्च खतरे की श्रेणी में रखा गया है।
इसके अलावा मंगलवार को शाहजहां से तिरुवनंतपुर आई इंडिगो की उड़ान के 164 यात्रियों और चालक दल के छह सदस्यों को 21 दिनों तक लक्षणों पर नजर रखने को कहा गया है। इसी उड़ान से संक्रमित व्यक्ति भारत लौटा था।
मंकीपॉक्स
गुरुवार को संक्रमित पाया गया था व्यक्ति
केरल में गुरुवार को UAE से लौटे एक व्यक्ति को मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था। ये केरल और भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला है।
मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है और उसने बीमारी से निपटने में राज्य सरकार की मदद करने के लिए एक टीम भेजने का फैसला किया है। ये टीम हर तरीके से राज्य सरकार की मदद करेगी।
मंकीपॉक्स
क्या होता है मंकीपॉक्स वायरस?
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। यह बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है।
ये सबसे पहले 1958 में बंदरों की एक बस्ती में मिला था और वहीं से इसे अपना नाम मिला है।
यह धीरे-धीरे म्यूटेट होने वाला DNA वायरस है। इसके लक्षण दिखने में संक्रमित होने के बाद 5 से 21 दिनों तक का समय लग सकता है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स और क्या हैं इसके लक्षण?
मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी जानवर या इंसान के संपर्क में आने पर कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
यह वायरस त्वचा, सांस और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। छींक या खांसी के दौरान निकलने वाली बड़ी श्वसन बूंदों से इसका प्रसार होता है।
इंसानों में मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे होते हैं। शुरुआत में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, थकावट होती है और कुछ ही दिन में शरीर पर दाने निकलने लग जाते हैं।