
तेल की कीमतें कम करने पर इमरान खान ने की भारत की तारीफ
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने बीते दिन पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम करने का निर्णय लिया था।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान खान ने कहा कि अमेरिका के दबाव के बावजूद भारत ने रूस से तेल खरीदा और इसका फायदा आम जनता को मिला है।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पृष्ठभूमि
तेल की कीमतों में कितनी कटौती?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा था कि सरकार पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में आठ रुपए और डीजल पर छह रुपए प्रति लीटर की कमी करने जा रही है। इससे देश में पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत सात रुपए प्रति लीटर कम हो जाएगी।
उन्होंने राज्य सरकारों से भी तेल की कीमतें कम कर आम लोगों को राहत देने की अपील की थी।
प्रतिक्रिया
इमरान खान ने क्या कहा?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, 'क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद भारत ने अमेरिका के दबाव सामना किया और आम लोगों को राहत देने के लिए रूस से सस्ता तेल खरीदा। स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से हमारी सरकार भी यही काम करने का प्रयास कर रही थी।'
आगे उन्होंने लिखा कि उनकी सरकार के लिए पाकिस्तान के हित सर्वोपरि थे, लेकिन कुछ लोग बाहरी दबाव के आगे झुक गए।
प्रशंसा
पहले भी भारतीय विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं खान
इसी साल मार्च में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहते हुए इमरान खान ने भारत की विदेश नीति की तारीफ की थी। तब भी उन्होंने कहा था कि अमेरिकी दबाव के बावजूद भारत रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है।
तब उन्होंने कहा था कि भारत ने हमेशा एक आजाद विदेश नीति का पालन किया है। आज भारत का अमेरिका के साथ क्वाड में गठबंधन है और रूस से तेल भी खरीद रहा है जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं।
जानकारी
प्रतिबंधों के बावजूद रूस से तेल आयात कर रहा भारत
यूक्रेन में जारी युद्ध को लेकर अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं।
अमेरिका ने चीन समेत कई देशों को चेतावनी दी है कि अगर वे रूस की मदद करेंगे तो इसके बदले उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
दूसरी तरफ भारत इन प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कम कीमत पर तेल आयात कर रहा है। अमेरिका ने कहा है कि भारत का तेल खरीदना प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं है।
पाकिस्तान
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में बहुमत साबित न कर पाने के कारण इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।
इमरान खान की कुर्सी जाने के पीछे महंगाई और आर्थिक संकट को जिम्मेदार माना जा रहा है।
इमरान ने उनकी सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश का आरोप लगाया है। अमेरिका का नाम लेते हुए वे कह चुके हैं कि उसके इशारों पर उनकी सरकार को गिराया जा रहा है।