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टेस्ट क्रिकेट: भारत ने दूसरी पारी में 9 विकेट गंवाने के बावजूद ये मुकाबले ड्रॉ कराए
2007 में धोनी ने लॉर्ड्स टेस्ट को ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई थी (तस्वीर: एक्स/@BCCI)

टेस्ट क्रिकेट: भारत ने दूसरी पारी में 9 विकेट गंवाने के बावजूद ये मुकाबले ड्रॉ कराए

Aug 21, 2025
04:39 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट क्रिकेट के अब तक के इतिहास में कुछ रोमांचक मैच जीते हैं। इस बीच कुछ ऐसे भी मुकाबले हुए हैं, जिसमें भारतीय टीम के निचलेक्रम के खिलाड़ियों ने जुझारू प्रदर्शन करते हुए मैच को ड्रॉ कराया है। ऐसे दिलचस्प मैचों के बारे में जानते हैं, जिनमें भारत ने अपनी दूसरी पारी में 9 विकेट खोने के बावजूद मैच ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की है।

#1 

भारत बनाम इंग्लैंड (मैनचेस्टर टेस्ट, 1946)

मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड ने पहली पारी में 294 रन बनाए थे। भारत से लाला अमरनाथ और वीनू मांकड़ ने 5-5 विकेट लिए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम 170 रन पर सिमट गई थी। इसके बाद बढ़त हासिल करने वाली इंग्लिश टीम ने अपनी दूसरी पारी 153/5 के स्कोर पर घोषित की थी। आखिर में जीत के लिए मिले 278 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 152/9 का स्कोर बनाया और मैच ड्रॉ रहा था।

#2 

भारत बनाम इंग्लैंड (लॉर्ड्स टेस्ट, 2007)

भारत ने 2007 में लॉर्ड्स टेस्ट को ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की थी। उस मैच में जीत के लिए मिले 380 रन का पीछा करते हुए भारत ने 5वें दिन के खेल की समाप्ति तक 282/9 का स्कोर बनाया था। मेहमान टीम की दूसरी और मैच की चौथी पारी में महेंद्र सिंह धोनी ने 159 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 76 रन बनाए थे। धोनी के साथ क्रीज पर श्रीसंत नाबाद रहे थे।

#3 

भारत बनाम वेस्टइंडीज (वानखेड़े टेस्ट, 2011)

भारत-वेस्टइंडीज के बीच 2011 में मुंबई टेस्ट 1 रन से ड्रॉ रहा था। वानखेड़े स्टेडियम में हुए मैच में वेस्टइंडीज के 590 रन के जवाब में भारत ने पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन के शतक (103) की बदौलत 482 रन बनाए थे। बढ़त हासिल करने वाली वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 134 रन पर सिमटी थी। जीत के लिए मिले 243 के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 5वें दिन के समय समाप्त होने तक 242/9 का स्कोर बनाया था।

जानकारी

आखिरी गेंद पर रन आउट हुए थे रविचंद्रन अश्विन 

भारत को वानखेड़े टेस्ट जीतने के लिए आखिरी गेंद पर 1 रन की जरूरत थी, लेकिन रविचंद्रन अश्विन 9वें विकेट के रूप में रन आउट हो गए थे। भारत की दूसरी पारी में 64 ओवर का ही खेल संभव हो पाया था।