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ISRO गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान इस साल दिसंबर में करेगा लॉन्च
गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान इस साल दिसंबर में

ISRO गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान इस साल दिसंबर में करेगा लॉन्च

Aug 21, 2025
05:01 pm

क्या है खबर?

भारत मानव अंतरिक्ष उड़ान की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी नारायणन ने कहा है कि ISRO दिसंबर, 2025 में अपने गगनयान कार्यक्रम का पहला मानवरहित परीक्षण मिशन 'G1' लॉन्च करेगा। यह मिशन भारत के उस लक्ष्य की ओर अहम पड़ाव है, जिसके तहत 2027 तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। यह परियोजना भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए बनाई गई है।

मिशन

क्या है गगनयान मिशन?

गगनयान मिशन भारत की महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना है। इसका उद्देश्य मनुष्यों को सुरक्षित तरीके से पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में भेजना और उन्हें सुरक्षित वापस लाना है। इस मिशन के जरिए भारत यह दिखाएगा कि वह अपनी तकनीक से अंतरिक्ष में मानव भेजने की क्षमता रखता है। गगनयान मिशन भारत को उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल करेगा, जिन्होंने सफलतापूर्वक मानव अंतरिक्ष उड़ान संचालित की है।

उपलब्धियां

ISRO की हाल की उपलब्धियां

ISRO के अध्यक्ष वी नारायणन ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत की अंतरिक्ष गतिविधियों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। 2015 से 2025 के बीच पूरे किए गए मिशनों की संख्या 2005 से 2015 के बीच किए गए मिशनों से लगभग दोगुनी रही। पिछले 6 महीनों में 3 महत्वपूर्ण मिशन सफलतापूर्वक पूरे हुए हैं। इनमें एक्सिओम-4 मिशन भी शामिल है, जिसमें पहली बार किसी भारतीय को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक भेजा गया और सुरक्षित वापस लाया गया।

भविष्य

अंतरिक्ष यात्रियों का अनुभव और भविष्य

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि अंतरिक्ष में प्रशिक्षण से कहीं अधिक अनुभव सीधे वहां मौजूद रहने से मिलता है। उन्होंने बताया कि पिछले 1 साल में जो ज्ञान उन्होंने हासिल किया, वह गगनयान और भविष्य के भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन मिशनों के लिए बेहद उपयोगी होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही भारत अपने रॉकेट और कैप्सूल के जरिए किसी अंतरिक्ष यात्री को सीधे धरती से अंतरिक्ष में भेजेगा, जिससे देश की तकनीकी ताकत और भी मजबूत होगी।