हिंडनबर्ग रिपोर्ट से लेकर खालिस्तानी आतंकी की हत्या तक, इस साल ये वैश्विक घटनाएं बनीं सुर्खियां
साल 2023 को अलविदा कहने का समय नजदीक है और नया साल जल्द दस्तक देने वाला है। 2023 में देश-दुनिया में बहुत से ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जो वैश्विक स्तर पर सुर्खियों में रहे। चाहे वह भारतीय कारोबारी गौतम अडाणी पर लगे 'कार्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' के आरोप हो या फिर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला। आइए इस साल की ऐसे ही कुछ बड़ी वैश्विक घटनाओं पर एक नजर डालते हैं।
हिंडनबर्ग और अडाणी समूह से जुड़ा मामला
जनवरी में अमेरिका की हिंडनबर्ग रिसर्च नामक फर्म ने अडाणी समूह को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें समूह पर शेयर की कीमत में गड़बड़ी करने, शैल कंपनियों के जरिये पैसा लगाने और वित्तीय अनियमितताओं जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट के सामने बाद से समूह से जुड़ी कंपनियों के शेयर में अरबों रुपये की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, अडाणी समूह ने रिपोर्ट में लगाए सभी आरोपों का खंडन करते हुए इसे एक साजिश बताया था।
डोनाल्ड ट्रंप पर यौन शोषण से लेकर चुनाव में धांधली के आरोप
2023 पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए काफी मुसीबतें लेकर आया। मार्च में पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से जुड़े 'हश मनी' मामले और मई में ट्रंप को लेखिका कैरल से जुड़े यौन उत्पीड़न मामले में भी कोर्ट ने दोषी करार दिया था। अगस्त में ट्रंप को 2020 राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में धांधली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और फिर उन्हें सशर्त जमानत मिल गई। हालांकि, ट्रंप ने इन सभी आरोपों से इनकार करते आए हैं।
भारत पर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप
इस साल जून में कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) प्रमुख था। वह अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से भी जुड़ा था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का हाथ होने का आरोप लगाया है। इन आरोपों के बाद से भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
वानगर समूह प्रमुख की रहस्यमयी मौत
इस साल अगस्त में रूस के निजी सैन्य वागनर समूह के मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन एक संदिग्ध विमान हादसे में मौत हो गई थी। प्रिगोजिन की मौत को रूसी सरकार की एक साजिश बताया गया। इन आरोपों की वजह यह है कि हादसे से पहले जून में प्रिगोजिन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसके बाद एक समझौते के तहत प्रिगोजिन ने रूस छोड़ दिया था। इसके बाद उनकी मौत की खबर ही सामने आई।
खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रचने के आरोप
नवंबर में अमेरिका ने भारतीय नागरिकों पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। मामले में अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है और वह चेक गणराज्य में हिरासत में है। आरोप है कि गुप्ता ने एक भारतीय अधिकारी के कहने पर पन्नू को मारने की सुपारी दी थी। अमेरिका के आरोपों के बाद भारत सरकार ने मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की है।