#NewsBytesExplainer: वागनर समूह के मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन के विमान हादसे पर क्यों उठ रहे सवाल?
क्या है खबर?
रूस की निजी सेना वागनर के मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन का एक विमान हादसे में निधन हो गया। उनके साथ विमान में सवार सभी 10 लोग भी मारे गए।
प्रिगोजिन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया था। इस वजह से दुर्घटना में उनकी मौत को लेकर सवाल पैदा हो रहे हैं।
आइए समझते हैं कि इस विमान हादसे पर सवाल क्यों उठ रहे हैं और कौन-कौन-सी थ्योरी चर्चा में हैं।
हादसा
सबसे पहले जानिए हादसा कैसे हुआ
प्रिगोजिन एक एम्ब्रायर लेगेसी 600 एग्जीक्यूटिव विमान से मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहे थे। फ्लाइट ट्रैकिंग डाटा वेबसाइट फ्लाइटरडार24 के मुताबिक, विमान ने शुरुआत के आधे घंटे तक सामान्य तरीके से उड़ान भरी।
हालांकि, स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 3.19 बजे त्वेर क्षेत्र में कुझेनकिनो गांव के पास विमान तेजी से नीचे आने लगा और केवल 30 सेकंड में 28,000 फीट की ऊंचाई से 8,000 फीट नीचे आ गया। इसके बाद विमान क्रैश हो गया।
सवाल
विमान हादसे को लेकर क्यों उठ रहे सवाल?
जिस जगह पर हादसा हुआ, वो राजधानी मॉस्को से महज 350 किलोमीटर दूर है। वागनर समूह से जुड़े टेलीग्राम चैनल ग्रे जोन के मुताबिक, जिस समय पर ये हादसा हुआ, उसी वक्त वागनर का एक दूसरा विमान भी हवा में था, लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ।
30 सेकंड में ही विमान जिस गति से नीचे गिरा, उससे आशंका जताई जा रही है कि विमान से कोई चीज टकराई। रूसी सेना के मिसाइल से इसे गिराने की आशंका भी है।
विवाद
सेना का हाथ होने की आशंका क्यों जताई जा रही?
प्रिगोजिन का रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से कथित तौर पर विवाद चल रहा था। जब प्रिगोजिन ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया था, तब उन्होंने समझौते के लिए सर्गेई को रक्षा मंत्री और सैन्य स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव को पद से हटाने की शर्त रखी थी। इससे उनके बीच विवाद खुलकर सामने आ गया था।
इसी कारण आशंका है कि प्रिगोजिन के विमान हादसे के पीछे रूस की सेना भी हो सकती है।
हादसा
हादसे वाले दिन ही प्रिगोजिन के करीबी सैन्य प्रमुख को हटाया गया
प्रिगोजिन की बगावत के बाद से रूस के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। इनमें जनरल सर्गेई सुरोविकिन भी शामिल हैं, जिन्हें प्रिगोजिन का करीबी माना जाता है। प्रिगोजिन कई बार सुरोविकिन की तारीफ कर चुके हैं।
हादसे वाले दिन ही पुतिन ने सुरोविकिन को उनके पद से हटाया था। क्या ये महज संयोग है कि जिस दिन सुरोविकिन को पद से हटाया गया, उसी दिन प्रिगोजिन का विमान हादसे का शिकार हो गया?
बदला
पुतिन पर इसलिए उठ रही उंगलियां
प्रिगोजिन के विद्रोह के बाद पुतिन ने चेतावनी देते हुए था कि वागनर समूह का यह कदम रूसी सेना की पीठ में खंजर घोंपने जैसा है और इसकी सजा दी जाएगी।
दरअसल, इस विद्रोह को पुतिन के लिए सीधी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा था और वैश्विक स्तर पर पुतिन की साख में कमी आई थी।
इसके बाद से ही चर्चा थी कि प्रिगोजिन की जान को खतरा है। CIA और यूक्रेन ने भी इसकी आशंका जताई थी।
मौत
पुतिन के कई आलोचकों की हुई है संदिग्ध मौत
प्रिगोजिन के विमान हादसे पर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि पहले भी पुतिन के कई आलोचकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है।
पूर्व खुफिया अधिकारी अलेक्जेंडर लिट्विनेंको ने जब पुतिन से बगावत की तो उन्हें लंदन के एक अस्पताल में पोलोनियम-210 जहर दे दिया गया था।
पूर्व KGB अधिकारी सर्गेई स्क्रिपल और विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को भी जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। कई पत्रकारों और आलोचकों की गोली मारकर हत्या की गई।
बयान
प्रिगोजिन की मौत पर वागनर समूह का क्या कहना है?
वागनर समूह के टेलीग्राम चैनल 'ग्रे जोन' ने प्रिगोजिन की मौत के लिए 'रूसी गद्दारों' को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रे जोन ने कहा, "वैगनर समूह के प्रमुख, रूस के हीरो और मातृभूमि के सच्चे देशभक्त प्रिगोजिन की गद्दारों के कार्यों के परिणामस्वरूप मृत्यु हो गई।"
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, "मैं वास्तव में नहीं जानता कि क्या हुआ, लेकिन मैं आर्श्चर्यचकित नहीं हूं। रूस में शायद ही ऐसा कुछ बड़ा होता है, जिसमें पुतिन का हाथ न हो।''
आगे
अब आगे क्या हो सकता है?
सेना की मिसाइल से प्रिगोजिन की मौत की बात सच होने पर करीब 30,000 वागनर लड़ाकों ने मॉस्को पर हमला करने की चेतावनी दी है।
हालांकि, अब समूह का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है।
दूसरी ओर रूस ने आपराधिक संहिता के अनुच्छेद 263 के तहत दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। जांचकर्ताओं की टीम ने घटनास्थल का दौरा भी किया है। त्वेर के गवर्नर इगोर रुडेन्या को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।