
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने राजनीतिक करियर में देखे कई उतार-चढ़ाव, जानें उनके कुछ मामले
क्या है खबर?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप मुश्किल में फंस गए हैं। उनके खिलाफ पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के मामले में आपराधिक मुकदमा चलाए जाने को मंजूरी मिल गई है।
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब ट्रंप विवादों में छाए हैं। इससे पहले भी कई मौकों पर ट्रंप अपने कार्यकाल को लेकर विवादों में रहे हैं।
आइए उन में से कुछ मामलों को देखते हैं।
आरोप
अब किस मामले में फंसे है ट्रंप?
ट्रंप के खिलाफ हालिया मामला डेनियल्स को 1.3 लाख डॉलर के भुगतान की जांच से जुड़ा है।
हालांकि, इन आरोपों को फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है।
डेनियल्स ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2006 में उनके और ट्रंप के बीच अफेयर था और इस बात का पता चलने पर ट्रंप के वकीलों की एक टीम ने उन्हें चुप रहने के लिए 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डॉलर दिए थे।
मामला
जब FBI ने ली थी ट्रंप के घर की तलाशी
फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने पिछले साल फ्लोरिडा में ट्रंप के आवास की तलाशी ली थी।
दरअसल, FBI कुछ गुप्त दस्तावेजों की तलाश कर रही थी, जिन्हें ट्रंप ने कथित तौर पर राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद व्हाइट हाउस से बाहर निकलते समय चोरी किया था।
हालांकि, उस समय भी ट्रंप ने मानदंडों की अवहेलना करते हुए अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि उन्हें परेशान किया जा रहा है।
हमला
ट्रंप समर्थकों ने किया था अमेरिकी संसद पर हमला
2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जीत दर्ज करने वाले जो बाइडन की जीत की पुष्टि के लिए कांग्रेस की बैठक के दौरान ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल हिल बिल्डिंग पर हमला कर दिया था। इसमें बिल्डिंग को नुकसान पहुंचने के अलावा कई लोगों की मौत भी हो गई थी।
दरअसल, ट्रंप ने इससे पहले चुनावी परिणामों को लेकर आपत्ति जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसके बाद उनके समर्थक भड़क गए थे।
मामला
ट्रंप के खिलाफ लाए आगे महाभियोग के दो प्रस्ताव
ट्रंप के कार्यकाल के दौरान दो बार उनके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव पारित किया गया था। इनमें से एक प्रस्ताव 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद कैपिटल हिल पर हुई हिंसा को लेकर लाया गया था।
हालांकि, दोनों मौकों पर ट्रंप महाभियोग के आरोपों से बच गए थे।
उन्होंने कहा था कि उन पर राजद्रोह भड़काने के आरोप झूठे हैं और उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है।
पाबंदी
ट्रंप के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लगी थी पाबंदी
जनवरी, 2021 में कैपिटल हिल विद्रोह के मद्देनजर भड़ाकऊ ट्वीट और पोस्ट करने को लेकर ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम ने ट्रंप के अकाउंट पर पाबंदी लगा दी गई थी। हालांकि, नवंबर 2022 में ट्विटर ने उनका अकाउंट बहाल कर दिया था।
वहीं पिछले महीने मेटा ने ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स को बहाल कर दिया था।
गौरतलब है कि मेटा ने इस फैसले को 'असाधारण परिस्थितियों में असाधारण फैसला' बताया था।
मामला
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद ट्रंप के खिलाफ हुए थे प्रदर्शन
अमेरिका के मिनेसोटा के मिनेपॉलिस शहर में मई 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड नामक एक अश्वेत युवक की मौत का मामला सामने आया था, जिसके बाद ट्रंप सरकार के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुए थे।
फ्लॉयड की हत्या के बाद नाराज लोगों ने मिनेपॉलिस शहर में आगजनी और लूटपाट की थी।
दरअसल, ट्रंप ने जॉर्ज की मौत पर एक विवादित ट्वीट किया था, जिसको लेकर उनकी कड़ी आलोचना हुई थी।
कूटनीति
ट्रंप के कार्यकाल के दौरान कैसे रहे अमेरिका के विदेशी संबंध?
ट्रंप ने राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान अमेरिका के कई अन्य देशों के साथ मजबूत गठजोड़ को महज व्यापारिक रिश्तों में बदल दिया गया था।
अमेरिका के करीबी दक्षिण कोरिया और जर्मनी पर अमेरिका को तोड़ने का प्रयास करने के आरोप लगाए गए थे, वहीं दूसरी तरफ चीन और उत्तर कोरिया जैसे प्रतिद्वंद्वियों को नाटकीय और कूटनीतिक पहल के तहत बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसमें ट्रंप ने खुद को अभिनीत भूमिका में रखा था।
धमकी
ट्रंप को मिली थी ईरान के सैन्य कमांडर से धमकी
ईरान के एक शीर्ष सैन्य कमांडर अमीराली हाजीजादेह ने हाल ही में ट्रंप की हत्या करने की धमकी दी थी। दरअसल, तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश पर 2020 में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के तत्कालीन सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी।
बता दें कि सुलेमानी ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख थे और मध्य-पूर्व में ईरान का प्रभुत्व बढ़ाने में उनका अहम योगदान था।