
अडाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर संसद में लगातार दूसरे दिन हंगामा, जांच की मांग पर अड़ा विपक्ष
क्या है खबर?
अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन संसद में हंगामा हुआ और विपक्ष की नारेबाजी के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है।
लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2:00 बजे और राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2:30 बजे तक स्थगित किया गया है।
विपक्ष मामले पर संसद में चर्चा और संयुक्त संसदीय समिति (JPC) या मुख्य न्यायाधीश (CJI) द्वारा गठित समिति से इसकी जांच कराने की मांग कर रहा है।
बैठक
खड़गे के चैंबर में 16 विपक्षी पार्टियों ने तय की रणनीति
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले आज सुबह एक बार फिर से कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा के नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में 16 विपक्षी पार्टियों ने बैठक की, जिसमें जांच और चर्चा की मांग पर कायम रहने का फैसला लिया गया।
विपक्ष का कहना है कि अडाणी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और सरकारी बैंकों का बहुत पैसा लगा हुआ है और कारण करोड़ों भारतीयों की मेहनत की कमाई खतरे में आ गई है।
अन्य प्रयास
कांग्रेस का 6 फरवरी को देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान
सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए कांग्रेस ने मामले में 6 फरवरी को देशभर में प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया है। इस दिन कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में LIC और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
इसमें लोगों को बताया जाएगा कि कैसे मोदी सरकार ने इन सरकारी संस्थाओं को अडाणी समूह में पैसा लगाने के लिए "मजबूर" किया और लोगों की मेहनत के पैसे को प्रधानमंत्री के दोस्त के लिए जोखिम में डाला जा रहा है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडाणी पर 'कार्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' का आरोप लगाया है।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडाणी समूह की कंपनियों पर इतना कर्ज है, जो पूरे समूह को वित्तीय तौर पर अधिक जोखिम वाली स्थिति में खड़ा कर देता है।
अडाणी पर अपने परिवार के जरिए फर्जी कंपनी चलाने का आरोप भी लगाया गया है। समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है।
नुकसान
रिपोर्ट से अडाणी समूह को भारी नुकसान, LIC के भी हजारों करोड़ डूबे
पिछले हफ्ते हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट जारी है और अब तक उसे 100 अरब डॉलर (लगभग 8.2 लाख अरब रुपये) का नुकसान हो चुका है।
LIC ने भी अडाणी समूह की कई कंपनियों में निवेश किया हुआ है, इसी कारण शेयरों की कीमत गिरने से LIC को भी नुकसान हो रहा है। शुरूआती तीन दिन में ही LIC को लगभग 16,627 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया था।