निकासी अभियान की समाप्ति के बाद काबुल से यात्रियों को लेकर दोहा पहुंचा पहला विमान
क्या है खबर?
गुरुवार को 100 से अधिक यात्रियों के साथ एक विमान काबुल से कतर की राजधानी दोहा पहुंचा था। अफगानिस्तान से अमेरिका का सैन्य अभियान समाप्त होने के बाद यह पहली बार था, जब काबुल हवाई अड्डे से लोगों को दूसरे देश लाया गया है।
कतर ने कहा कि कहा कि उसने तुर्की के साथ मिलकर काबुल हवाई अड्डे के संचालन, लोगों की निकासी और मदद पहुंचाने के काम को बहाल किया है।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
निकासी अभियान
दोहा लाए गए यात्रियों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल
काबुल से कतर एयरवेज का विमान 113 लोगों को लेकर गुरुवार को दोहा के हमद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा था। बीते महीने समाप्त हुए निकासी अभियान के बाद यह अपनी तरह की पहली उड़ान थी।
अलजजीरा के अनुसार, काबुल से लाए गए लोगों में अमेरिका, कनाडा, यूक्रेन, जर्मनी और ब्रिटेन के नागरिक थे। इन सब को अफगान शरणार्थियों और वहां से निकाले गए लोगों के लिए बनाए गए अस्थायी कैंपों में ले जाया गया है।
प्रतिक्रिया
कतर ने तालिबान का धन्यवाद किया
कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थनी ने इस उड़ान के लिए तालिबान का शुक्रिया अदा किया है।
उन्होंने कहा, "यात्रियों के साथ पहला विमान उड़ान भरने में सफल रहा। सहयोग के लिए हम तालिबान का धन्यवाद करते हैं। हम तालिबान से यही उम्मीद कर रहे हैं कि वो अपनी कही बातों को लागू करेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि यह सकारात्मक संदेश है, जिसका हम समर्थन करते हैं।"
प्रतिक्रिया
अमेरिका ने बताया पहला सकारात्मक कदम
अमेरिका ने भी इस उड़ान को पहला सकारात्मक कदम बताया है।
बीते सप्ताह जब अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने कतर के अधिकारियों से मुलाकात की थी, तब काबुल हवाई अड्डे से संचालन शुरू करने को लेकर भी बातचीत की गई थी।
कतर का कहना है कि उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब काबुल हवाई अड्डा संचालन के लिए तैयार है। तालिबान ने भी इस मदद के लिए कतर का धन्यवाद किया है।
काबुल
निकासी अभियान के दौरान हवाई अड्डे को पहुंचा था नुकसान
पिछले महीने अमेरिका और दूसरे देशों ने एक लाख से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से निकाला थी।
निकासी अभियान के दौरान अफगानिस्तान छोड़ना चाह रहे हजारों लोग काबुल हवाई अड्डे पर जमा हो गए थे। इससे कई बार भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी, जिससे हवाई अड्डे को भारी नुकसान पहुंचा था।
इसके बाद से कतर की एक तकनीकी टीम हवाई अड्डे से विमानों का संचालन शुरू करने के काम में लगी हुई थी।
काबुल
तालिबान बोला- जल्द शुरू होंगी सभी उड़ानें
तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिद ने हवाई अड्डे से सेवाएं बहाल करने के लिए कतर का धन्यवाद करते हुए कहा कि जल्द ही यहां से कमर्शियल उड़ानों समेत सभी प्रकार की उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
तालिबान का कहना है कि वह वैध दस्तावेज वाले यात्रियों को रोकेगा नहीं, लेकिन अधिकतर अफगान नागरिकों के पास ऐसे दस्तावेज नहीं हैं।
दूसरी तरफ जानकारों का कहना है कि हवाई अड्डे का भरोसेमंद और सुरक्षित संचालन तालिबान के लिए बड़ी चुनौती होगी।
अफगानिस्तान
कार्यवाहक सरकार का ऐलान कर चुका तालिबान
पिछले महीने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने कार्यवाहक सरकार का ऐलान कर दिया है।
मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को मंत्रीपरिषद का प्रमुख यानी नई सरकार का कार्यवाहक प्रधानमंत्री और मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को कार्यवाहक उप प्रधानमंत्री (प्रथम) बनाया गया है।
प्रधानमंत्री अखुंद और गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी समेत सरकार में शामिल कई चेहरों पर संयुक्त राष्ट्र (UN) या अमेरिका जैसे देशों ने आतंकी घोषित कर रखा है और उनके सिर पर ईनाम घोषित है।