आतंकी हमले के अलर्ट के बीच काबुल एयरपोर्ट के पास धमाका; अमेरिका ने की एयर स्ट्राइक

काबुल एयरपोर्ट पर एक और आतंकी हमले के अलर्ट की चेतावनी के बीच एयरपोर्ट के पास स्थित एक घर में धमाका हुआ है। पुरानी सरकार के एक सुरक्षा अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी AFP को बताया कि एक रॉकेट के घर पर आकर गिरने से ये धमाका हुआ है। मामले में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर धमाके के बाद की कई तस्वीरें शेयर की हैं।
रॉकेट से इस हमले के बीच अमेरिका के अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि अमेरिका ने रविवार को काबुल में मिलिट्री स्ट्राइक की। उन्होंने बताया कि इस स्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट इन खोरासन (ISIK) के संदिग्ध आतंकियों को निशाना बनाया गया। तालिबान के प्रवक्ता ने भी कहा कि अमेरिका ने एक आत्मघाती हमलावर के वाहन पर एयर स्ट्राइक की जो काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने जा रहा था। अमेरिका की इस कार्रवाई का रॉकेट हमले से संबंध साफ नहीं है।
बता दें कि कल ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल एयरपोर्ट पर एक और आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया था। उन्होंने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट पर जल्द ही एक और आतंकी हमला हो सकता है और उनके कमांडरों ने उन्हें बताया है कि यह हमला अगले कुछ घंटों में हो सकता है। इस हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने अपने सभी नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट छोड़ने को कहा था।
गौरतलब है कि गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी और करीब 200 अफगान नागरिक मारे गए थे। ISIK के आत्मघाती हमलावरों ने इन धमाकों को अंजाम दिया था। हमले के कुछ ही घंटों बाद ही अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक साजिशकर्ता समेत दो लोगों को मार गिराया था। बाइडन ने कहा कि यह आखिरी स्ट्राइक नहीं थी। अमेरिका हमले के जिम्मेदार सभी लोगों का शिकार करेगा।
काबुल में अमेरिका का सैन्य अभियान 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है और इसे देखते हुए उसके सैनिक लौटने लगे हैं। पिछले सप्ताह काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिका के 5,800 सैनिक थे, जिनमें से 1,800 अब लौट चुके हैं। आम लोगों की बात करें तो अमेरिका अब तक 1,14,400 लोगों को सुरक्षित निकाल चुका है जिनमें हजारों अफगान नागरिक भी शामिल हैं। आने वाले दिनों में कुछ हजार लोगों को और निकाला जा सकता है।
काबुल छोड़ने की तैयारी कर रहे अमेरिकी सैनिकों ने एयरपोर्ट के बाहरी घेरे की सुरक्षा तालिबान को सौंप दी है। इसके अलावा एयरपोर्ट के भीतर बने कुछ चेकपोस्ट पर भी अब तालिबान के लड़ाके तैनात हो गए हैं। आखिरी अमेरिकी हवाई जहाज उड़ने के साथ ही एयरपोर्ट भी तालिबान के कब्जे में आ जाएगा। तालिबान ने कहा कि वह एयरपोर्ट का संचालन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उसने तुर्की से भी मदद मांगी है।