अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेताया- काबुल हवाई अड्डे पर हो सकता है एक और हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी है कि काबुल हवाई अड्डे पर जल्द ही एक और आतंकी हमला हो सकता है। बाइडन ने कहा कि कमांडरों ने उन्हें बताया है कि यह हमला अगले कुछ घंटों में हो सकता है। हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने अपने सभी नागरिकों से काबुल हवाई अड्डे के छोड़ देने को कहा है। इससे पहले गुरुवार को हुए बम धमाके और उसके बाद फायरिंग में करीब 200 लोग मारे गए थे।
बाइडन बोले- IS के खिलाफ जारी रहेगी स्ट्राइक
गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों की भी मौत हुई थी। इस्लामिक स्टेट खोरासन (ISIS-K) ने धमाके की जिम्मेदारी ली थी। हमले के कुछ ही घंटों बाद अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक 'साजिशकर्ता' समेत दो लोगों को मार गिराया था। बाइडन ने कहा कि यह आखिरी स्ट्राइक नहीं थी। अमेरिका हमले के जिम्मेदार सभी लोगों का शिकार करेगा और उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।
काबुल से लौटने लगे हैं अमेरिकी सैनिक
काबुल में अमेरिका का सैन्य अभियान 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है और इसे देखते हुए उसके सैनिक लौटने लगे हैं। पिछले सप्ताह काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिका के 5,800 सैनिक थे, जिनमें से 1,800 अब लौट चुके हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ दिन बेहद खतरनाक होने वाले हैं। दूसरी तरफ तालिबान ने हवाई अड्डे के बाहर निगरानी बढ़ाई है और कई नए नाके बनाए हैं।
UK ने निकासी अभियान बंद किया, सैनिक लौटे
यूनाइटेड किंगडम (UK) ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का अभियान बंद कर दिया है और उसके राजनयिक, अधिकारी और सैनिक काबुल से वापस लौट गए हैं। UK सैन्य बल के प्रमुख जनरल सर निक कार्टर ने कहा कि यह दिल दुखाने वाला है कि वो हर किसी को अफगानिस्तान से नहीं निकाल पाए। इसी तरह इटली ने भी शनिवार को निकासी अभियान बंद कर दिया। इटली अब तक 5,000 अफगान नागरिकों को निकाल चुका है।
अफगानिस्तान से निकाले गए हैं 1.10 लाख लोग
करीब दो सप्ताह पहले शुरू हुए निकासी अभियान के तहत काबुल से 1.10 लाख लोगों को निकाला जा चुका है। इनमें विदेशियों के साथ-साथ अफगानिस्तान के नागरिक भी शामिल हैं। हवाई अड्डे से अधिकतर देशों के निकासी अभियान बंद होने और रास्तों पर तालिबान की सख्ती बढ़ने के बाद अब लोग पाकिस्तान के साथ लगती सीमा के जरिये भागने की कोशिश में लगे हुए हैं। स्पिन बोल्डाक इलाके के पास खुले सीमा के गेट से कई लोग पाकिस्तान पहुंचे हैं।
हवाई अड्डे के संचालन के लिए तालिबान ने तुर्की से मांगी मदद
काबुल छोड़ने की तैयारी कर रहे अमेरिकी सैनिकों ने हवाई अड्डे के बाहरी घेरे की सुरक्षा तालिबान को सौंप दी है। इसके अलावा हवाई अड्डे के भीतर बने कुछ चेकपोस्ट पर भी अब तालिबान के लड़ाके तैनात हो गए हैं। आखिरी अमेरिकी हवाई जहाज उड़ने के साथ ही हवाई अड्डा भी तालिबान के कब्जे में आ जाएगा। तालिबान ने इसके संचालन के लिए तुर्की से मदद मांगी है। तुर्की इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।