काबुल: अमेरिका की एयरस्ट्राइक में छह बच्चों समेत एक परिवार के नौ लोगों की मौत- रिपोर्ट
अमेरिका ने रविवार को काबुल में एक एयरस्ट्राइक कर संदिग्ध आतंकियों को निशाना बनाया था। अमेरिका का कहना है कि इस्लामिक स्टेट के ये आतंकी आत्मघाती हमलावर थे और काबुल हवाई अड्डे पर हमला करने जा रहे थे। अमेरिका ने इस हमले में आम नागरिकों को भी नुकसान पहुंचने की बात स्वीकार की है। अमेरिकी मीडिया ने चश्मदीदों के हवाले से बताया है कि एयरस्ट्राइक में छह बच्चों समेत एक परिवार के नौ लोगों की मौत हुई है।
आतंकी हमले को लेकर अलर्ट था अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बीते दिन कहा था कि उनके पास भरोसेमंद जानकारी है कि अगले कुछ घंटों में काबुल हवाई अड्डे के पास हमला हो सकता है। इस चेतावनी के बीच रविवार शाम को हवाई अड्डे के पास एयरस्ट्राइक की जानकारी सामने आई। अमेरिका ने बताया कि उसने इस्लामिक स्टेट खोरासन (ISIS-K) के आतंकियों को निशाना बनाया है, जो सुरक्षा के लिए खतरा थे। बता दें, इस्लामिक स्टेट पहले भी काबुल में हमला कर चुका है।
वाहन में रखे विस्फोटक के कारण हुआ नुकसान- अमेरिका
शुरुआत में अमेरिका की तरफ से कहा गया था कि एयरस्ट्राइक में आम लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन बाद में बताया गया कि जिस वाहन पर एयरस्ट्राइक की गई थी, उसमें रखे विस्फोटक में धमाका होने से आम लोगों को नुकसान पहुंचा है। अमेरिका सेना ने अपने बयान में बताया था कि वाहन में दूसरा धमाका होने का मतलब है कि उसमें भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ रखे हुए थे।
सेंट्रल कमांड ने कही यह बात
अमेरिका की सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा, "हमें काबुल में एक वाहन पर की गई एयरस्ट्राइक से आम लोगों को नुकसान पहुंचने की जानकारी है। किसी निर्दोष की जान जाने पर हमें बहुत दुख होगा।"
एयरस्ट्राइक में एक परिवार के नौ लोगों की मौत- रिपोर्ट
CNN के अनुसार, इस एयरस्ट्राइक में खाजे बुघरा इलाके में रहने वाले एक परिवार के नौ लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में एक दो साल की बच्ची भी है। मृतकों में से एक के भाई ने बताया कि मरने वालों में उसका 40 वर्षीय भाई जमारे, 30 वर्षीय नासिर, 20 वर्षीय जमीर, 10 वर्षीय फैसल, नौ वर्षीय फरजाद, चार वर्षीय अरमिन, तीन वर्षीय बेन्यामिन, दो वर्षीय आयत और दो वर्षीय सुमाया शामिल हैं।
तालिबान ने एयरस्ट्राइक की निंदा की
तालिबान ने इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकी पर एयरस्ट्राइक की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है। उसके प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा कि दूसरों की धरती पर ऐसे ऑपरेशन ठीक नहीं है और अमेरिका को पहले इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। करीमी ने कहा, "अमेरिका जब भी ऐसे अभियान चलाएगा, हम उसकी निंदा करेंगे।" बता दें कि यह स्ट्राइक स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे हुई थी।
गुरूवार को काबुल में मारे गए थे करीब 200 लोग
इससे पहले गुरुवार काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए बम धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत करीब 200 लोगों की मौत हुई थी। ISIK के आत्मघाती हमलावरों ने इन धमाकों को अंजाम दिया था। हमले के कुछ ही घंटों बाद ही अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक साजिशकर्ता समेत दो लोगों को मार गिराया था। बाइडन ने कहा कि यह आखिरी स्ट्राइक नहीं थी। अमेरिका हमले के जिम्मेदार सभी लोगों का शिकार करेगा।
काबुल से लौटने लगे हैं अमेरिकी सैनिक
काबुल में अमेरिका का सैन्य अभियान 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है और इसे देखते हुए उसके सैनिक लौटने लगे हैं। पिछले सप्ताह काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिका के 5,800 सैनिक थे, जिनमें से 1,800 अब लौट चुके हैं। आम लोगों की बात करें तो अमेरिका अब तक 1,14,400 लोगों को सुरक्षित निकाल चुका है जिनमें हजारों अफगान नागरिक भी शामिल हैं। ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी और कनाडा जैसे देश निकासी अभियान बंद कर चुके हैं।