काबुल से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए स्टैंडबाय पर है वायुसेना का विमान
क्या है खबर?
भारत ने अफगानिस्तान में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए पूरी तैयारी की हुई है।
सरकार ने वायुसेना के एक C-17 ट्रांसपोर्ट विमान को स्टैंडबाय पर रखा है। भारतीय नागरिकों के काबुल हवाई अड्डे पर इकट्ठा होते ही यह विमान उन्हें लेने जाने के लिए तैयार है।
सूत्रों ने बताया कि विमानों की आवाजाही के लिए भारत लगातार अमेरिका के संपर्क में हैं। बता दें कि काबुल हवाई अड्डे पर फिलहाल अमेरिका का नियंत्रण है।
जानकारी
एक साथ 250 लोगों को वापस ला सकता है विमान
NDTV ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि C-17 विमान में एक साथ 250 नागरिकों को भारत लाया जा सकता है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि कितने भारतीय नागरिक काबुल हवाई अड्डे पर पहुंच पाते हैं।
फिलहाल तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया हुआ है और हवाई अड्डे की तरफ आने वाले रास्तों और चौकियों पर उसके लड़ाके तैनात है। ऐसे में लोगों को हवाई अड्डे तक आने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अफगानिस्तान संकट
काबुल से 4,000 लोगों को निकाला जा सकता है- सूत्र
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया के विमानों को काबुल भेजने में मुश्किलें आ रही थी, इसलिए वायुसेना को स्टैंडबाय पर रखा गया है। माना जा रहा है कि करीब 4,000 नागरिकों को काबुल से निकाला जा सकता है, लेकिन अभी तक यह आंकड़ा पूरी तरह साफ नहीं है।
इसके अलावा गृह मंत्रालय उन अफगान नागरिकों के वीजा आवेदनों की भी जांच कर रहा है, जिन्होंने भारत आने की इच्छा जाहिर की है।
जानकारी
दूतावास कर्मियों को लेने के लिए भेजे गए थे दो विमान
भारत ने 15 अगस्त को दूतावास के राजनयिकों, कर्मचारियों और उनकी सुरक्षा में तैनात ITBP के जवानों को लाने के लिए दो C-17 विमान भेजे थे।
पहले विमान को वहां से उड़ान भरने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था क्योंकि काबुल हवाई अड्डे पर भगदड़ जैसा माहौल बना हुआ था और लोग देश छोड़ने को बेताब लोग रनवे पर पहुंच गए थे।
अफगानिस्तान में भारत के राजदूत समेत 120 लोग दूसरे विमान में भारत लौटे थे।
अफगानिस्तान
अमेरिका के नियंत्रण में है काबुल हवाई अड्डा
तालिबान के कब्जे के बाद बड़ी संख्या में अफगान नागरिक अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेना चाहते हैं। इसके चलते काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ जमा है। कई बार भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को हवाई फायर भी करने पड़े हैं।
फिलहाल अमेरिकी सैनिकों ने हवाई अड्डे को सुरक्षित किया हुआ है और अलग-अलग देश सैन्य विमानों के जरिये यहां से अपने नागरिकों को निकालने में जुटे हुए हैं।
बयान
बाइडन ने बताया 'सबसे मुश्किल' अभियान
शुक्रवार को अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान को इतिहास के 'सबसे मुश्किल' अभियानों में से एक करार दिया।
उन्होंने कहा कि वहां से लोगों को निकालना काफी खतरे से भरा काम है और वो नहीं जानते कि इस अभियान का अंत कैसा होने वाला है।
बाइडन ने पिछले सप्ताह को 'दिल दहला देने' वाला बताते हुए कहा कि उनका प्रशासन लोगों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।