जासूसी गुब्बारे को मार गिराने की अमेरिकी कार्रवाई पर चीन बोला- रिश्तों को पहुंचा गहरा नुकसान
अमेरिका ने अपने एयरस्पेस में मौजूद चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने कहा कि इससे दोनों देशों के रिश्तों को गहरा असर और नुकसान पहुंचा है। अमेरिका के इस कदम का चीन ने विरोध करते हुए कहा कि यह गुब्बारा एक सिविलियन एयरक्राफ्ट था। चीन ने इसे लेकर रविवार को अपने यहां स्थित अमेरिका दूतावास में शिकायत भी दर्ज कराई थी। आइये पूरी खबर जानते हैं।
क्या है जासूसी गुब्बारे का मामला?
पिछले कुछ दिनों से अमेरिका के आसमान में एक चीनी गुब्बारा उड़ रहा था। चीन का दावा है कि यह मौसम का अनुमान लगाने वाला गुब्बारा था और हवा के चलते अपना तय रास्ता भटक गया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह गुब्बारा अमेरिका के कई संवेदनशील स्थानों के ऊपर से उड़ रहा था। शनिवार को अमेरिका ने अपने लड़ाकू विमानों से इस गुब्बारे को मार गिराया। अमेरिका की यह कार्रवाई चीन को रास नहीं आई है।
चीन ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
चीन के उप विदेश मंत्री शाई फेंग ने कहा है कि अमेरिका की इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच रिश्तों को स्थिर बनाने और आगे बढ़ाने के प्रयासों को गहरा असर और नुकसान पहुंचा है। बयान में आगे कहा गया है कि चीन इस स्थिति के घटनाक्रमों पर करीब से नजर बनाए हुए है और प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखता है। चीन ने अमेरिका के इस कदम को अतिवादी करार दिया है।
चीन दौरा स्थगित कर चुके हैं अमेरिकी विदेश मंत्री
चीन ने गुब्बारे की घटना को लेकर खेद व्यक्त किया था। हालांकि, इसके बाद भी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन दौरा रद्द कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से चर्चा कर जासूसी गुब्बारे की घटना पर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने चीन को कहा कि अमेरिकी एयरस्पेस में चीनी गुब्बारे का पाया जाना अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। हालांकि, दोनों देश बातचीत जारी रखने के लिए राजी हुए थे।
देरी से कार्रवाई के लिए बाइडन की आलोचना
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को कहा कि उन्हें बुधवार को इस घटना की जानकारी दी गई और उन्होंने जल्द से जल्द इस गुब्बारे को मार गिराने के आदेश जारी कर दिए। हालांकि, कार्रवाई में हुई देरी के लिए बाइडन आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं का कहना है कि गुब्बारे को मारने में समय नहीं लगाना चाहिए था। इस मामले में बाइडन प्रशासन ने 'कमजोरी का शर्मनाक प्रदर्शन' किया है।
मलबे की तलाश में जुटी अमेरिकी नौसेना
चीन के इस जासूसी जासूसी गुब्बारे को दक्षिण कैरोलिना के तट के पास गिराया गया था। अब अमेरिकी नौसेना के गोताखोरों ने इसके मलबे की तलाश शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि तलाशी अभियान जल्द पूरा होने की उम्मीद है ताकि इसकी जांच शुरू हो सके। अमेरिकी सेना के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन ने ब्लिंकन की यात्रा को रद्द कराने के लिए जानबूझकर इस गुब्बारे को अमेरिका के आसमान में भेजा था।
क्या होते हैं जासूसी गुब्बारे?
जासूसी गुब्बारे बेहद ऊंचाई पर उड़ने वाले मौसम का अनुमान लगाने वाले गुब्बारे जैसे ही होते हैं, लेकिन इनमें उपकरणों का फर्क होता है। इनमें कैमरा और राडार जैसे उपकरण लगे होते हैं। इन्हें सामान्य राडार से पकड़ पाना मुश्किल होता है और ये आमतौर पर 80,000-1,20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। सैटेलाइट की तुलना में इनसे जासूसी करना आसान और सस्ता होता है। फ्रांस को सबसे पहले 1794 में इनके इस्तेमाल का श्रेय जाता है।