कोरोना वायरस: WHO ने चीन की स्थिति पर जताई चिंता, कहा- मरीजों से भर रहे अस्पताल
चीन में कोरोना वायरस महामारी ने तांडव मचा रखा है और हर दिन यहां लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। मरीजों की बड़ी संख्या के चलते यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की कगार पर पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि महामारी की नई लहर में चीन के अस्पताल भर रहे हैं। आधिकारिक तौर पर भले ही यहां कम मामले बताए जा रहे हैं, लेकिन इन्टेंसिव केयर यूनिट (ICU) पर बहुत दबाव है।
जीरो-कोविड नीति हटाते ही बढ़े मामले
चीन ने 2020 से ही महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए जीरो-कोविड नीति लागू कर दी थी। हालिया महीनों में कड़े विरोध के बाद चीनी सरकार ने इन प्रतिबंधों को हटा लिया था। इसके बाद से चीन में महामारी के मामले तेजी से बढ़ने लगे और स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी बोझ बढ़ने लगा। मामलों में इस वृद्धि के बावजूद चीन आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं कर रहा है। उसका कहना है कि सोमवार और मंगलवार को सिर्फ पांच मौतें हुई हैं।
WHO ने चीन की स्थिति पर जताई चिंता
WHO के आपातकालीन कार्यक्रमों के प्रमुख डॉ माइकल रेयान ने चीन से महामारी की नई लहर के बारे में जानकारी जारी करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चीन कम मामलों की जानकारी दे रहा है, लेकिन यहां के अस्पताल भरे हुए हैं। वहीं WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गैब्रेयसस ने कहा कि वो चीन की स्थिति को लेकर चिंतित है। उन्होंने चीन से महामारी की गंभीरता, अस्पतालों में मरीजों और दूसरे आंकड़े जारी करने को कहा है।
वैक्सीनेशन के जरिये संभल सकते हैं हालात- डॉ रेयान
डॉ रेयान ने कहा कि जन स्वास्थ्य और सामाजिक कदमों से इस खतरनाक वायरस को पूरी तरह रोकना बेहद मुश्किल है। वैक्सीनेशन के सहारे ऐसी स्थिति से पार निकला जा सकता है। बता दें कि चीन ने महामारी के लिए अपनी वैक्सीन बनाई थीं, लेकिन ये लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से बचाने में उतनी कारगर नहीं है, जितनी mRNA और दूसरी वैक्सीन्स हुई हैं। अब जर्मनी से चीन में वैक्सीन आ रही हैं।
चीन में अब विदेशी नागरिकों को नहीं किया जाएगा क्वारंटीन
चीन ने ऐलान किया है कि 8 जनवरी से विदेशों से आने वाले लोगों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा। मार्च, 2020 से चीन में विदेशी से आने वाले नागरिकों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य किया गया था। पहले हर व्यक्ति के लिए तीन हफ्तों तक क्वारंटीन होना जरूरी था, लेकिन अब इस समय को घटाकर पांच दिन कर दिया गया था। अब लोगों को चीन पहुंचने से पहले नेगेटिव कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट दिखानी होगी।
क्या है दुनिया और चीन में महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अभी तक दुनियाभर में कोरोना के 65.76 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और 66.80 लाख मौतें हुई हैं। 10 करोड़ मामलों और 10.90 लाख मौतों के साथ अमेरिका सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है। दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश भारत में 4.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 5.31 लाख मौतें हुई हैं। वहीं चीन में लगभग 44 लाख मामले दर्ज हुए हैं और 16,717 मौतें हुई हैं। हालांकि, असल आंकड़े कई गुना ज्यादा हैं।