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चंद्रमा की सतह किससे बनी? IIT के छात्रों ने चंद्रयान-2 के डाटा से लगाया पता 
IIT छात्रों ने चंद्रमा की रासायनिक संरचना का पता लगाया है (तस्वीर: फ्रीपिक)

चंद्रमा की सतह किससे बनी? IIT के छात्रों ने चंद्रयान-2 के डाटा से लगाया पता 

Aug 23, 2025
08:33 pm

क्या है खबर?

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT बॉम्बे) के छात्रों ने चंद्रयान-2 द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों का उपयोग करके चंद्रमा की सतह की रासायनिक संरचना का सफलतापूर्वक मानचित्रण किया है। यह उपलब्धि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) द्वारा इंटर-IIT टेक मीट के दौरान दी गई चुनौती का हिस्सा था। टीम ने जटिल एक्स-रे स्पेक्ट्रा से सार्थक जानकारी निकालने के लिए उन्नत खगोल भौतिकी और डlटा विश्लेषण तकनीकों का उपयोग किया।

खुलासा 

शोध में हुआ यह खुलासा 

शोध में बताया गया है कि चंद्रमा की रक्षा के लिए कोई वायुमंडल नहीं है। इस कारण सूर्य से आने वाली तेज एक्स-रे विकिरणों से लगातार प्रभावित होता रहता है। जब ये एक्स-रे चंद्रमा की सतह से टकराती हैं तो वहां मौजूद तत्व अपना अनूठा प्रकाश उत्सर्जित करते हैं, जो एक्स-रे प्रतिदीप्ति के प्राकृतिक रूप जैसा होता है। इससे वैज्ञानिकों को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि चंद्रमा किस चीज से बना है।

उपयोग 

अब उपयोगी हुआ चंद्रयान-2 का डाटा

चंद्रयान-2 का लार्ज एरिया सॉफ्ट एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (CLASS) इस प्रभाव का उपयोग करके चंद्रमा को 100 किमी ऊपर से स्कैन करता है और प्रत्येक कक्षा के दौरान विस्तृत पट्टियों में डाटा एकत्र करता है। पिछले कुछ सालों में CLASS ने लगभग सम्पूर्ण चंद्र सतह का मानचित्रण किया है। ISRO के प्रदान पोर्टल पर एक समृद्ध डाटासेट उपलब्ध कराया है। टीम के प्रमुख छात्र रवि कुमार ने कहा, "चंद्रयान मिशन के डाटा के साथ काम करना एक साथ रोमांचक अनुभव था।"