कोरोना वायरस: देश में स्वास्थ्य तैयारियों को परखने के लिए मॉक ड्रिल जारी
चीन और दूसरे देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत में आज स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों को परखा जा रहा है। दरअसल, केंद्र सरकार ने मंगलवार को देशभर के अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में मॉक ड्रिल करने का फैसला किया था। इसके माध्यम से देश के प्रत्येक जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्रित की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया मॉक ड्रिल का जायजा लेने के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल पहुंचे।
मॉक ड्रिल में किन चीजों पर ध्यान?
मॉक ड्रिल के दौरान सभी जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता का आंकलन किया जाएगा। इसमें अस्पतालों में मौजूद आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, वेंटिलेटर सपोर्ट बेड और इन्टेंसिव केयर यूनिट (ICU) बेड की क्षमता पर खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आयुष डॉक्टर, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता समेत फ्रंटलाइन वर्कर्स पर भी फोकस है। जिला कलेक्टर या जिला मजिस्ट्रेट के मार्गदर्शन में यह मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।
दवाइयों, मास्क और टेस्टिंग किट पर भी ध्यान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि मॉक ड्रिल के दौरान आवश्यक दवाइयों, वेंटिलेटर, SPO2 सिस्टम, PPE किट, N-95 मास्क आदि की उपलब्धता को देखा जाएगा। इसके साथ मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, प्लांट्स, PSA लिक्विड, मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक और मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम की भी जांच की जाएगी। वहीं, कोरोना वायरस टेस्ट के लिए रैपिड और RT-PCR टेस्टिंग किट और उपकरणों की उपलब्धता पर ध्यान दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने की IMA के साथ बैठक
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बीते दिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने IMA के प्रतिनिधियों से कोरोना वायरस को लेकर लोगों में फैलने वाली गलत सूचनाओं को रोकने में सहयोग की अपील की। वहीं IMA ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की कि लोगों को दूसरी बूस्टर शॉट लगाने की इजाजत दी जाए। हालांकि, बता दें कि देश में अभी बड़ी संख्या में लोगों ने पहली बूस्टर डोज ही नहीं लगवाई है।
चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य
चीन में कोरोना के मामले बढ़ते देख केंद्र सरकार ने हवाई अड्डों पर विदेशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग कड़ी कर दी है। वहीं चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य हो गया है।
कर्नाटक में नए साल के जश्न के लिए मास्क अनिवार्य
केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकारें भी महामारी की रोकथाम के लिए कदम उठा रही हैं। कर्नाटक सरकार ने आदेश जारी किया है कि नए साल के जश्न रात 1 बजे तक खत्म हो जाने चाहिए और इस आयोजनों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मूवी थियेटर, स्कूल-कॉलेजों, पब, रेस्टोरेंट और बार आदि में मास्क अनिवार्य है। लोगों को घबराने की नहीं बल्कि ऐहतियात बरतने की जरूरत है।
देश और दुनिया में महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अभी तक दुनियाभर में कोरोना वायरस के 65.76 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और 66.80 लाख लोगों की मौत हुई है। 10 करोड़ मामलों और 10.90 लाख मौतों के साथ अमेरिका सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है। दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश भारत में 4.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 5.31 लाख मौतें हुई हैं। वहीं चीन में लगभग 44 लाख मामले दर्ज हुए हैं और 16,717 मौतें हुई हैं।