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पेरिस ओलंपिक 2024 में सभी भारतीय पहलवानों का कैसा रहा प्रदर्शन?
अमन सहरावत ने जीता कांस्य पदक (तस्वीर: एक्स/@wrestling)

पेरिस ओलंपिक 2024 में सभी भारतीय पहलवानों का कैसा रहा प्रदर्शन?

Aug 11, 2024
10:08 am

क्या है खबर?

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने कुल 6 पदक जीते, जिसमें निशानेबाजी में सर्वाधिक 3 पदक शामिल रहे। इसके अलावा भाला फेंक में 1 रजत, कुश्ती और भारतीय हॉकी टीम ने 1-1 कांस्य पदक अपने नाम किए। इसके साथ ही 2012 के लंदन ओलंपिक से भारत ने हर संस्करण में कुश्ती में पदक जीते हैं। इस बीच पेरिस खेलों में भारत के सभी पहलवानों के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।

विनेश फोगाट 

विनेश फोगाट (50 किलोग्राम)

विनेश फोगाट ने अपने पहले मुकाबले में विश्व नंबर एक महिला पहलवान जापान की सुसाकी को 3-2 से हराया था। इसके बाद-क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को 7-5 से मात दी थी। सेमीफाइनल में फोगाट ने क्यूबा की गुजमान लोपेज को 5-0 से हराते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। स्वर्ण पदक के लिए मुकाबले में उन्हें अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट से भिड़ना था। हालांकि, फाइनल से पहले अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया।

अंतिम 

अंतिम पंघाल, अंशु मलिक और निशा दहिया का कैसा रहा प्रदर्शन?

अंतिम पंघाल ने महिलाओं की 53 किलोग्राम वर्ग में निराश किया था। उन्हें अपने पहले मैच में तुर्किए की जेनेप येथिल के खिलाफ हार मिली थी। अंशु मलिक को महिलाओं की 57 किलोग्राम वर्ग में अमेरिका की हेलेन लुईस मारौलिस के खिलाफ 7-2 से हार मिली थी। निशा दहिया को 68 किलोग्राम के क्वार्टर फाइनल में हार मिली थी। उन्हें उत्तर कोरिया की पाक सोल गम के खिलाफ हार मिली थी। वह चोट के चलते वो मैच हार गई थी।

रितिका हूडा 

रितिका हूडा (76 किलोग्राम)

रितिका हुड्डा को महिलाओं की 76 किलोग्राम भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार मिली थी। उनका सामना किर्गिजस्तान की मेडेट काइजी एइपेरी से हुआ। पहले राउंड में वह 1-0 से आगे थीं, लेकिन दूसरे राउंड में उन्होंने 1 अंक गंवा दिया। मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा, लेकिन विरोधी पहलवान को विक्ट्री बाय पॉइंट के चलते जीत मिल गई। इससे पहले उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 12-2 से हंगरी की बर्नडेट नैगी को मात दी थी।

अमन सहरावत 

अमन सहरावत (57 किलोग्राम)

पुरुषों के 57 किलोग्राम वर्ग में राउंड ऑफ-16 में 21 वर्षीय सहरावत ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव को हराया था। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 12-0 से हराया था। सेमीफाइनल में जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची के खिलाफ हारकर वह फाइनल में नहीं पहुंच सके थे। कांस्य पदक के मुकाबले में उन्होंने प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया था।