
#NewsBytesExplainer: जंतर-मंतर पर फिर धरने पर क्यों बैठे पहलवान और क्या है यह पूरा मामला?
क्या है खबर?
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत कई पहलवान एक बार फिर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं।
पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को 7 महिला पहलवानों ने ब्रजभूषण के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
शुरुआत
कैसे हुई मामले की शुरुआत?
पूरा मामला इसी साल जनवरी में सामने आया था। तब देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे।
पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। तब पहलवानों का ये धरना 3 दिन चला था।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन करने के बाद पहलवानों ने धरना खत्म किया था।
आरोप
पहलवानों ने क्या आरोप लगाए थे?
तब विनेश ने कहा था कि बृजभूषण के पसंदीदा कोच पहलवानों के साथ दुर्व्यव्हार करते हैं। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में हार के बाद बृजभूषण ने उन्हें 'खोटा सिक्का' कहा।
उन्होंने कहा था, "हम ओलिंपिक खेलने गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। हमने आवाज उठाई तो हमें धमकी दी गई।"
उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में शिविर के दौरान कई खिलाड़ियों का शोषण हुआ। हालांकि, विनेश ने बताया कि उनके साथ ऐसी घटना नहीं हुई।
समिति
जांच समिति में कौन-कौन था?
23 जनवरी को IOA अध्यक्ष पीटी उषा ने इस मामले की जांच के लिए 7 सदस्यीय समिति का गठन किया था।
मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। इसमें पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी, बैडमिंटन खिलाड़ी अलकनंदा अशोक, तलीश राय और अशोक चंद्रा नामक 2 वकील और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव शामिल थे।
खेल मंत्रालय ने भी मैरी कॉम की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था।
बयान
आरोपों पर बृजभूषण सिंह ने क्या कहा था?
बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि कुश्ती संघ में उनके लोगों को जगह न मिलने से पहलवान नाराज हैं।
बृजभूषण ने कहा था, "ऐसा कोई खिलाड़ी है, जो आकर कह सकता है कि कुश्ती संघ ने उसे प्रताड़ित किया? क्या उन्हें पिछले 10 साल से संघ से कोई समस्या नहीं थी? यौन शोषण की कोई घटना नहीं हुई है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा।"
धरना
पहलवान दोबारा धरने पर क्यों बैठे हैं?
पहलवानों ने आरोप लगाया है कि 21 अप्रैल को शिकायत करने के बाद भी दिल्ली पुलिस ने अब तक बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की है।
पहलवान विनेश फोगाट ने ट्वीट कर लिखा, 'देश का नाम रोशन करने वाली विभिन्न महिला पहलवानों का WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह द्वारा यौन शोषण और उत्पीड़न किया गया है। 21 अप्रैल को की गई शिकायत के बावजूद दिल्ली पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही है।'
आरोप
खेल मंत्रालय पर वादाखिलाफी का भी आरोप
पहलवानों ने खेल मंत्रालय पर झूठ बोलने और वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया है। पहलवानों ने कहा कि जांच समिति ने एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया था, लेकिन अभी तक रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं की गई है।
विनेश ने कहा, "हम पिछले 90 दिन से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई भी हमें जवाब नहीं दे रहा है। हमारे फोन का जवाब नहीं दिया जा रहा है। हम इससे थक गए हैं।"
रिपोर्ट
समिति ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है?
जांच समिति ने अप्रैल के पहले हफ्ते में रिपोर्ट खेल मंत्रालय को सौंप दी थी। हालांकि, इस रिपोर्ट को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
पहलवानों का कहना है कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है, इस बारे में उन्हें भी कोई जानकारी नहीं दी गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहलवान समिति के सामने किसी मजबूत गवाह को पेश नहीं कर सके थे। इस वजह से समिति ने बृजभूषण को क्लीन चीट दे दी है।
नोटिस
DCW ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
दिल्ली महिला आयोग (DCW) प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पहलवानों की शिकायत पर FIR दर्ज न होने को लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने दिल्ली पुलिस से 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
स्वाति ने लिखा, "देश की कई महिला पहलवानों ने 2 दिन पहले कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में WFI अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दी थी। एक शिकायतकर्ता नाबालिग भी है। अब तक पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की, जो गैरकानूनी है।"
बृजभूषण
कौन हैं बृजभूषण सिंह?
8 जनवरी, 1957 को जन्में बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं। 1991 में पहली बार लोकसभा पहुंचने वाले बृजभूषण अब तक 6 बार सांसद रह चुके हैं।
2008 में वे समाजवादी पार्टी में चले गए थे, लेकिन बाद में दोबारा भाजपा में लौट आए।
बृजभूषण पर हत्या, आगजनी और तोड़फोड़ करने आदि के मामले दर्ज हैं। उन्होंने झारखंड में कुश्ती प्रतियोगिता में एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ मार दिया था।