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पेरिस ओलंपिक 2024: विनेश फोगाट अयोग्य घोषित किए जाने के बाद हुईं बेहोश, अस्पताल में भर्ती
अस्पताल में भर्ती हुईं विनेश फोगाट (तस्वीर: एक्स/@sportwalkmedia)

पेरिस ओलंपिक 2024: विनेश फोगाट अयोग्य घोषित किए जाने के बाद हुईं बेहोश, अस्पताल में भर्ती

Aug 07, 2024
01:37 pm

क्या है खबर?

पेरिस ओलंपिक 2024 से भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल से पहले 50 किलोग्राम से अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया है। ऐसे में वह फाइनल मुकाबला नहीं खेल पाएंगी। अब ये खबर सामने आ रहा है कि भारतीय खिलाड़ी बेहोश हो गईं हैं। इसके बाद उन्हें पेरिस के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल में भर्ती की गई हैं। आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।

कारण

कैसे बिगड़ी विनेश की तबीयत?

कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि विनेश शरीर में पानी की कमी आने से बेहोश हुई हैं। यह कमी वजन कम करने के प्रयासों से आई है। दरअसल, विनेश अपने वजन को कम रखने के लिए अच्छी नींद नहीं ले रही थी और बहुत कम पानी पी रही थी। लगातार किए गए इन प्रयासों के कारण उनकी हालत बिगड़ गई। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) अध्यक्ष पीटी ऊषा सहित अन्य भारतीय अधिकारियों का दल उनके पास मौजूद है।

वजन

निर्धारित वजन से 100 ग्राम अधिक निकला विनेश का भार

बता दें कि विनेश को कोई पदक नहीं मिल पाएगा क्योंकि उनके अयोग्य घोषित होने के पीछे का कारण उनका वजन है। उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा बताया जा रहा है। नियमों के अनुसार, पहलवानों को 2 बार वजन दिखाना होता है। पहले प्रारंभिक दौर की सुबह और इसके बाद फाइनल मुकाबले की सुबह। ऐसा माना जा रहा है कि उनका वजन पूरे दिन में बढ़ा है। यह घटना भारत के लिए बड़ा झटका है।

अनुरोध

IOA ने अस्वीकार किया भारतीय दल का अनुरोध

मापन में विनेश का वजन अधिक पाए जाने पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से वजन मानदंड पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय देने का अनुरोध किया था, लेकिन समिति ने आग्रह को अस्वीकार कर दिया गया। इसका कारण IOC के निमय हैं। इसके तहत किसी खिलाड़ी का निर्धारित मापन समय तक वजन अधिक पाया जाता है तो अयोग्य ही घोषित किया जाता है। इसी नियम ने भारत की आशाओं को तोड़ दिया।

सांत्वना

प्रधानमंत्री मोदी ने विनेश को बताया चैंपियन

इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, 'विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज की असफलता दुख देती है। काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूं। मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।'