पेरिस ओलंपिक 2024: अमन सहरावत ने कुश्ती में दिलाया भारत को कांस्य पदक
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। कुश्ती में भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने प्यूर्टो रिको के पहलवान डेरियन टोई क्रूज को 57 किलोग्राम भारवर्ग में 13-5 से हरा दिया। यह भारत का इस ओलंपिक में पांचवां कांस्य और कुल छठा पदक है। इस ओलंपिक में कुश्ती में भारत ने यह पहला पदक अपने नाम किया है। केवल 21 वर्षीय सहरावत का यह पहला ही ओलंपिक था।
सेमीफाइनल में अमन को मिली थी बड़ी हार
सेमीफाइनल मुकाबले में सहरावत जापान के रेई हिगुची से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हार गए थे। हिगुची ने मुकाबले के शुरुआत में ही अपनी चपलता से भारतीय पहलवान के खिलाफ दांव लगाया और 4 अंक बटोर लिए थे। इसके बाद रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता हिगुची ने सहरावत को कोई मौका नहीं दिया और मुकाबला आसानी से 10-0 से जीत लिया। भारतीय पहलवान इस पहलवान के आगे पहले राउंड में भी नहीं टिक पाए थे।
राउंड ऑफ-16 में किया था कमाल का प्रदर्शन
राउंड ऑफ-16 में 21 वर्षीय सहरावत ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव को हराया था। उनकी 10-0 की जोरदार जीत ने मैसेडोनिया के पहलवान को कोई मौका नहीं दिया था। उन्होंने पहले राउंड के बाद 6-0 (2, 2, 1, 1) की बढ़त ले ली थी। इसके बाद दूसरे राउंड में भी उनका दबदबा देखने को मिला और उन्होंने 4 तकनीकी अंक (2, 2) लेकर मुकाबला अपने नाम किया।
क्वार्टर फाइनल में भी चमके थे सहरावत
सहरावत के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले की शुरुआत में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को पेसिविटी दी गई। अल्बानियाई पहलवान 30 सेकंड में स्कोर करने में विफल रहा, जिससे सहरावत को 1 अंक मिला। इसके बाद सहरावत ने अपनी बढ़त को 3-0 कर दिया। दूसरे राउंड में भारतीय पहलवान ने अपने दाव से अल्बानियाई पहलवान को चौंका दिया। तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 12-0 से जीतने से पहले सहरावत ने उन्हें 3 बार पलट दिया।
पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले एकमात्र पुरूष पहलवान
सहरावत पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष पहलवान हैं। उन्होंने अपने छोटे से करियर में अब तक कई उपलब्धियां हासिल की हैं। युवा सहरावत ने 2022 एशियाई खेल में पुरुषों की 57 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने 2023 की एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर के रहने वाले हैं। उन्होंने सिर्फ 11 साल की उम्र में अपने मां-बाप को खो दिया था।