
हॉकी विश्व कप: भारतीय टीम का सफर हुआ समाप्त, जानिए कैसा रहा प्रदर्शन
क्या है खबर?
इस समय खेले जा रहे हॉकी विश्व कप में भारतीय हॉकी टीम का सफर समाप्त हो गया है। बीते रविवार (22 जनवरी) को दूसरे क्रॉस-ओवर मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर बाहर कर दिया।
घरेलू समर्थकों के बीच खेलने के बावजूद भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल तक भी नहीं पहुंच सकी।
इस बीच भारतीय टीम और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
सफर
ऐसा रहा भारतीय टीम का सफर
भारत को पूल-D में इंग्लैंड, वेल्स और स्पेन के साथ रखा गया था।
भारत ने अपने शुरुआती मैच में स्पेन को 2-0 से हराया और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ गोल रहित ड्रा खेला था।
मेजबान टीम ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में वेल्स को 4-2 से हराया।
भारतीय टीम अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही, जिसके चलते सीधे क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच सकी। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मैच खेला, जिसके शूटआउट में हार झेली।
प्रदर्शन
भारत से इन खिलाड़ियों ने किए गोल
भारत से आकाशदीप सिंह ने सर्वाधिक दो गोल किए। उन्होंने दोनों गोल मैदानी किए।
उनके अलावा वरुण कुमार, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, हार्दिक सिंह, शमशेर सिंह, सुखबीर सिंह और ललित कुमार उपाध्याय ने एक-एक गोल किए।
इनके अलावा गोलकीपिंग में कृष्ण पाठक और पीआर श्रीजेश ने अच्छा प्रदर्शन किया।
भारत से अभिषेक को एक पीला कार्ड दिखाया। टीम के किसी और खिलाड़ी को पीला या रेड कार्ड नहीं दिखाया गया।
भारतीय टीम
इस टीम ने लिया विश्व कप में हिस्सा
गोलकीपर: पीआर श्रीजेश और कृष्णा पाठक।
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उप-कप्तान) और नीलम संजीप एक्स।
मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद और आकाशदीप सिंह।
फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक और सुखजीत सिंह।
हार्दिक चोट के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले विश्व कप से बाहर हो गए थे और उनकी जगह राज कुमार पाल टीम में जोड़ लिया गया था।
लेखा-जोखा
भारत ने जीता है सिर्फ एक विश्व कप
भारत ने पहले और आखिरी बार 1975 में हॉकी विश्व कप जीता था जबकि 1973 और 1971 में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे थे। भारत 2018 संस्करण के क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गया था।
साल 1982 के बाद यह पहला ऐसा मौका था, जब भारत ओलंपिक पदक विजेता के रूप में हॉकी विश्व कप में खेल रहा था। बता दें, भारत ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य जीतकर 41 साल का लंबा इंतजार खत्म किया।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत ने 1982 (मुंबई), 2010 (दिल्ली) और 2018 (ओडिशा) के बाद चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी की है, जो कि किसी देश द्वारा सर्वाधिक है। विशेष रूप से भारत लगातार दो बार टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला पहला देश बन गया है।