टोक्यो ओलंपिक: ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम को 7-1 से हराया
टोक्यो ओलंपिक 2020 के ग्रुप स्टेज के दूसरे मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7-1 की करारी हार मिली है। पहला मैच जीतने के बाद भारतीय टीम के लिए यह हार पचा पाना आसान नहीं है। गोवर्स ब्लेक ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक दो गोल दागे। ऑस्ट्रेलिया ने तीन गोल पेनल्टी कॉर्नर और एक गोल पेनल्टी स्ट्रोक पर दागा था। आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला।
पहले दो क्वार्टर में ही ऑस्ट्रेलिया ने दागे चार गोल
पहले क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने 10वें मिनट में गोल दागा था और फिर दूसरे क्वार्टर में उन्होंने तीन गोल दागते हुए 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। भारतीय टीम ने लगातार गलतियां की और पेनल्टी कॉर्नर विपक्षी टीम को दिए। पेनल्टी कॉर्नर पर भारतीय टीम का डिफेंस भी अच्छा नहीं रहा और ऑस्ट्रेलिया ने लगातार गोल दागे। पहले दो क्वार्टर में भारतीय टीम गोल दागने के करीब भी नहीं पहुंच सकी थी।
अंतिम क्वार्टर तक नहीं रुका ऑस्ट्रेलिया का तूफान
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दिलप्रीत सिंह ने गोल दागकर भारत की वापसी की उम्मीद जगाई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें ऐसा करने का मौका नहीं दिया। तीसरा क्वार्टर खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया की बढ़त 6-1 हो चुकी थी। इसके बाद यही उम्मीद की जा रही थी कि भारत किसी तरह सम्मान बचा ले जाए, लेकिन चौथे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया की ओर से एक और गोल हुआ जिसके बाद स्कोर 7-1 हो गया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने हासिल की थी जीत
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया था। भारत ने अपने तीनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर दागे थे। भारत के लिए गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने दो पेनल्टी कॉर्नर बचाए और उन्हीं की बदौलत भारतीय टीम को यह जीत मिली है। 43वें मिनट तक न्यूजीलैंड ने स्कोर को 3-2 कर दिया था। अंतिम क्षणों में न्यूजीलैंड को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले थे, लेकिन भारत की डिफेंडिंग शानदार रही थी।
महिला टीम को भी मिली थी करारी हार
बीते शनिवार को भारतीय महिला हॉकी टीम को भी करारी हार मिली थी। उन्हें नीदरलैंड ने 5-1 से हराया था। पहले दो क्वार्टर तक 1-1 से बराबरी पर रहने के बाद अंतिम दो क्वार्टर में भारतीय टीम पिछड़ी थी।