कोरोना वायरस के कारण एक ही दिन में हुई भारत के दो हॉकी दिग्गजों की मौत
भारतीय हॉकी लेजेंड एमके कौशिक की बीते शनिवार को मौत हो गई। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद उनकी मौत हुई है। कौशिक भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व सदस्य थे और वह भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच भी रह चुके थे। इससे पहले एक और हॉकी दिग्गज रविंदर पाल सिंह ने भी कोरोना से अपनी जान गंवाई है। कौशिक कुछ दिनों से कोरोना से जंग लड़ रहे थे।
पिछले महीने कोरोना पॉजिटिव मिले थे कौशिक
कौशिक पिछले महीने ही कोरोना पॉजिटिव मिले थे और कई लक्षणों के बावजूद उनका आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजेन टेस्ट 17 अप्रैल को निगेटिव आया था। एक हफ्ते बाद सीटी स्कैन में संक्रमण का पता चला था और उन्हें न्यूमोनिया की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शुक्रवार की रात में उनका ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था। इसके बाद उनकी मौत ही हो गई।
कौशिक द्वारा हासिल की गई उपलब्धियां
मास्को में हुए 1980 समर ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम में कौशिक भी शामिल थे। लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के कारण 1998 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। भारतीय हॉकी में अपनी कोचिंग से शानदार योगदान देने के लिए 2002 में उन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड भी दिया गया था। कौशिक ने एक किताब भी लिखी थी जिसका नाम 'द गोल्डेन बूट' है।
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट रविंदर की भी कोरोना से हुई मौत
1980 मास्को ओलंपिक में विजेता रहने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहने वाले रविंदर की दो हफ्ते तक कोरोना से लड़ाई के बाद शनिवार की सुबह लखनऊ में मौत हो गई। 24 अप्रैल को ही उन्हें विवेकानंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। PTI के मुताबिक वह कोरोना से सही हो चुके थे और उन्हें सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। हालांकि, उनकी कंडीशन अचानक खराब हो गई।
भारत में लगातार मिल रहे हैं लगभग चार लाख रोजाना के मामले
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 4,03,738 नए मामले सामने आए और 4,092 मरीजों की मौत हुई। देश में कुछ दिनों से रोजाना चार लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 37,36,648 हो गई है। देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 16,94,39,663 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 20,23,532 खुराकें लगाई गईं।