टोक्यो ओलंपिक: भारतीय महिला हॉकी टीम का ऐलान, आठ खिलाड़ी पहली बार ओलंपिक में लेंगी हिस्सा
अगले महीने जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए बीते गुरुवार को भारतीय महिला हॉकी टीम का ऐलान किया गया है। अनुभवी रानी रामपाल टीम की कप्तानी करती हुई नजर आएंगी। 16 सदस्यीय टीम में आठ ऐसी खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो पिछले रियो ओलंपिक में खेल चुकी हैं। आइए एक नजर डालते हैं ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली भारतीय हॉकी टीम पर।
भारतीय टीम इस प्रकार है
गोलकीपर- सविता। डिफेंडर्स- दीप ग्रेस एक्का, निक्की प्रधान, गुरजीत कौर और उदिता। मिडफील्डर्स- निशा, नेहा, सुशीला चानू पुखराम्बम, मोनिका, ननजोत कौर और सलीमा टेटे। फॉरवर्ड्स- रानी रामपाल, नवनीत कौर, लालरेमसियामी, वंदना कटारिया और शर्मिला देवी।
ये आठ खिलाड़ी पहली बार लेंगे ओलंपिक में हिस्सा
ड्रेग फ्लिकर गुरजीत कौर, उदिता, निशा, नेहा, नवनीत कौर, शर्मिला देवी, लालरेमसियामी और सलीमा टेटे पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेंगी। बता दें लालरेमसियामी भारतीय टीम में आने वाली मिजोरम की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी बनी हैं। वहीं सलीमा टेटे साल 2018 में ब्यूनस आयर्स में खेले गए यूथ ओलिंपिक खेलों में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय टीम की कप्तान कर चुकी हैं।
पिछले रियो ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले चुकी हैं ये आठ खिलाड़ी
पिछले ओलंपिक का हिस्सा रहे आठ अनुभवी खिलाड़ियों में रानी, गोलकीपर सविता, दीप ग्रेस एक्का, सुशीला चानू पुखरामबम, मोनिका, निक्की प्रधान, नवजोत कौर और वंदना कटारिया शामिल हैं।
ओलंपिक में तीसरी बार हिस्सा लेंगी भारतीय महिला टीम
भारतीय महिला हॉकी टीम तीसरी बार ओलिंपिक खेलों में हिस्सा लेंगी। बता दें उन्होंने लगातार दूसरी बार क्वालिफाई किया है। भारतीय महिला हॉकी टीम ने सबसे पहले 1980 में ओलिंपिक खेलों में अपनी जगह बनाई थी। इसके बाद 2016 में हुए रियो ओलिंपिक खेलों में भारतीय महिला टीम ने लम्बे अंतराल के बाद क्वालीफाई किया था। अब 2020 टोक्यो ओलिंपिक खेलों में वह शामिल होने जा रही है।
23 जुलाई से 8 अगस्त तक होने हैं टोक्यो ओलंपिक
पिछले साल ओलंपिक का आयोजन जापान के टोक्यो में होना था, जो कोरोना महामारी के कारण साल 2021 में स्थगित कर दिया गया। अब आगामी 23 जुलाई से 8 अगस्त तक ओलंपिक खेलों का आयोजन होना है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट का ऐसा दावा था कि जापान सरकार कोरोना के कारण इस साल भी ओलंपिक का आयोजन नहीं करना चाहती है। दूसरी तरफ खेलों के आयोजन को लेकर आयोजनकर्ता प्रतिबद्ध नजर आए हैं।