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    यूक्रेन के सिस्टम्स में मिला कैडीवाइपर मालवेयर, ऐसे पहुंचा सकता है नुकसान
    यूक्रेन के सिस्टम्स में एक और खतरनाक मालवेयर मिला है।

    यूक्रेन के सिस्टम्स में मिला कैडीवाइपर मालवेयर, ऐसे पहुंचा सकता है नुकसान

    लेखन प्राणेश तिवारी
    Mar 15, 2022
    04:05 pm

    क्या है खबर?

    यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस की ओर से साइबर हमले भी किए जा रहे हैं और यूक्रेन के सिस्टम्स में एक और खतरनाक मालवेयर मिला है।

    कैडीवाइपर नाम का यह मालवेयर रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से मिला तीसरा वाइपर मालवेयर स्ट्रेन है।

    नए मालवेयर का पता स्लोवाकिया की साइबर सुरक्षा कंपनी ESET ने लगाया है और इस मालवेयर से जुड़ी जानकारी ट्विटर थ्रेड में शेयर की है।

    रिसर्च

    सिस्टम डाटा को नुकसान पहुंचाता है कैडीवाइपर

    रिसर्चर्स ने बताया है कि कैडीवाइपर मालवेयर का काम सिस्टम डाटा को नुकसान पहुंचाना है।

    यह टूल ना सिर्फ डाटा डिलीट करता है, बल्कि निशाना बनाई गई मशीन से जुड़ी हर ड्राइव और उसमें मौजूद डाटा के हर हिस्से को मिटा देता है।

    सामने आया है कि कैडीवाइपर किसी मशीन में मौजूद फाइल्स को करप्ट करने या फिर उन्हें नल बाइट कैरेक्टर्स से ओवर-राइट कर देता है।

    इस प्रक्रिया में सारा डाटा हमेशा के लिए डिलीट हो जाता है।

    खतरा

    खास तरह से बनाया गया है कैडीवाइपर

    कैडीवाइपर मालवेयर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह विक्टिम का डाटा चोरी करने या उनसे पैसे मांगने के बजाय डाटा को हमेशा के लिए खत्म कर देता है।

    ESET में हेड ऑफ थ्रेट रिसर्च जीन-इयान बाउतिन ने बताया, "हमें पता है कि अगर वाइपर ने काम किया तो यह सिस्टम को पूरी तरह बेकार बना देगा। हालांकि, अब तक साफ नहीं है कि इस मालवेयर के साथ किए गए अटैक ने कितने सिस्टम्स को प्रभावित किया।"

    मामले

    पहले भी सामने आए मालवेयर स्ट्रेन्स

    यूक्रेन के कंप्यूटर्स में इससे पहले भी वाइपर मालवेयर के दो स्ट्रेन्स देखने को मिल चुके हैं और दोनों ही रूस के साथ युद्ध के साथ सामने आए।

    पहले हर्मेटिकवाइपर स्ट्रेन का पता 23 फरवरी को चला, जिसके एक दिन बाद रूस ने यूक्रेन पर धावा बोला।

    वहीं, 24 फरवरी को दूसरा आईसैकवाइपर सामने आया। सामने आया है कि इन सभी को यूक्रेन को नुकसान पहुंचाने के लिए सोचे-समझे तरीके से प्लांट किया गया था।

    रिस्क

    लापरवाही बना सकती है वाइपर का शिकार

    किसी भी अन्य मालवेयर की तरह कैडीवाइपर भी साइबर सुरक्षा दुरुस्त ना होने पर या फिर मामूली चूक होने के चलते सिस्टम को शिकार बना सकता है।

    एक्सपर्ट्स किसी भी तरह की अनजान फाइल या सॉफ्टवेयर डाउनलोड ना करने की सलाह देते हैं।

    IT एडमिनिस्ट्रेटर्स को ऐसे अटैक्स मॉनीटर करने और दूसरों को ऐसे अटैक्स से जुड़ी चेतावनी देने के लिए कहा गया है, जिससे बाकी सिस्टम्स को बचाया जा सके।

    सलाह

    आजमाएं डाटा सुरक्षित रखने का वैकल्पिक तरीका

    डाटा वाइप करने वाले मालवेयर से सिस्टम को बचाने के लिए जरूरी डाटा का बैकअप रखना चाहिए।

    आप हार्ड डिस्क या फिर क्लाउड पर डाटा बैकअप सेव कर सकते हैं।

    इसके अलावा अपने संगठन या पर्सनल कंप्यूटर का फायरवॉल सिस्टम मजबूत करने की सलाह भी आपको दी जाती है।

    किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखने पर अन्य लोगों को सतर्क कर दें और अनजान लिंक पर क्लिक करने या फाइल्स डाउनलोड करने जैसी गलतियां ना करें।

    जानकारी

    न्यूजबाइट्स प्लस

    लगभग सभी स्मार्टफोन वायरस आसान भाषा में मालवेयर कह दिए जाते हैं और इनके साथ यूजर्स की डाटा चोरी से लेकर मालिशियस कोड्स या फाइल्स इंस्टॉल करने जैसे काम किए जाते हैं। मालवेयर का इस्तेमाल अटैकर्स या हैकर्स अलग-अलग मकसद के लिए कर सकते हैं।

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