यूक्रेन-रूस युद्ध: 'ऑपरेशन गंगा' के तहत अब तक भारत लौटे 10,348 नागरिक
क्या है खबर?
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे 'ऑपरेशन गंगा' अभियान की रफ्तार बढ़ती जा रही है।
पिछले 24 घंटों में 18 उड़ानों से 3,948 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। इसके साथ ही इस अभियान के तहत अब तक अब कुल 48 उड़ानों से 10,348 नागरिकों को वापस लाया जा चुका है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
निकासी
यूक्रेन से निकाले जा चुके हैं 20,000 भारतीय- बागची
बागची ने कहा, "यूक्रेन में फंसे नागरिकों की निकासी के लिए विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई पहली एडवाइजरी से लेकर अब तक 48 उड़ानों के जरिए 10,348 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है।"
उन्होंने आगे कहा, "यूक्रेन में बिगड़ते हालातों को देखते हुए अब तक करीब 20,000 भारतीयों को वहां से निकालकर सीमावर्ती देशों में पहुंचाया जा चुका है। उनकी वापसी के लिए अगले 24 घंटों में 11 और उड़ानें संचालित की जाएगी।"
रफ्तार
शुक्रवार को भारत आई कुल 18 उड़ानें- बागची
बागची ने कहा कि शुक्रवार को कुल 18 उड़ानों से 3,948 भारतीयों को वापस लाया गया है। इनमें तीन उड़ाने भारतीया वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर और 15 उड़ानें एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगों की हैं। 17 उड़ाने भारत लौट चुकी है, जबकि एक अभी रास्ते में हैं।
उन्होंने कहा कि खारकीव और सुमी के पूर्वोत्तर शहरों से निकाले गए कुछ नागरिकों को मास्को ले जाया गया है। उनकी वापसी के लिए दो अतिरिक्त उड़ानें भी तैनात की गई है।
बयान
"भारत ने यूक्रेन को पहुंचाई 9.7 टन राहत सामग्री"
बागची ने कहा, "निकासी अभियान के तहत अब C-17 ग्लोबमास्टर विमानों की सात उड़ानों से 1,428 और अन्य उड़ानों से 9,364 नागरिकों को वापस लाया गया है। इन विमानों के जरिए यूक्रेन को कुल 9.7 टन राहत सामग्री भी पहुंचाई गई है।"
सबसे ज्यादा
रोमानिया से आज लौटी सबसे ज्यादा छह उड़ानें- बागची
बागची ने कहा कि शुक्रवार को 18 उड़ानों में से सबसे ज्यादा छह उड़ानें रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से भारत पहुंचीं हैं। इसी तरह हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से पांच, तरह पोलैंड के रेजजो से तीन और स्लोवाकिया के कोसिसे से तीन उड़ानें पहुंचीं हैं।
उन्होंने बताया कि शनिवार को 11 उड़ानों से 2,200 नागरिकों को वापस लाया जाएगा। इनमें 10 उड़ानें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एक मुंबई पहुंचेगी। इसी तरह चार C-17 विमानों की उड़ानें भी संचालित होंगी।
प्रयास
अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं सैकड़ों भारतीय- बागची
बागची ने कहा कि इस समय पिसोचि में करीब 900 और सूमी में 700 से अधिक भारतीयों के फंसे होने की उम्मीद है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों से विशेष ट्रेन चलाने की अपील की थी, लेकिन इस पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि अधिकारी अब अपने नागरिकों की निकासी के लिए बसों का इंतजाम करने में जुटे हुए हैं।
चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने लोगों में बेचैनी पर जताई चिंता
भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के संबंध में दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "हम सरकार के प्रयासों की सराहना करते हैं और लोगों में बेचैनी को लेकर भी चिंतित हैं। यह दुखद है कि हमने पुरानी गलतियों से सबक नहीं सीखा और फिर युद्ध का सहारा लिया।"
कोर्ट ने कहा, "हमें इस बारे में ज्यादा नहीं कहना है, लेकिन छात्रों के बारे में चिंता हैं। सरकार को ऑनलाइन हेल्पलाइन स्थापित करनी चाहिए।"
जानकारी
यूक्रेन में हो चुकी है दो भारतीय छात्रों की मौत
यूक्रेन में अब तक दो भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को खारकीव में गोलाबारी में कर्नाटक निवासी नवीन की मौत हो गई थी। इसी तरह बुधवार को पंजाब के बरनाला निवासी 22 वर्षीय चंदन जिंदल की ब्रेन हेमरेज से मौत हुई थी।
पृष्ठभूमि
यूक्रेन के एयरस्पेस बंद करने के बाद शुरू हुआ था 'ऑपरेशन गंगा'
बता दें कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। इसके बाद सरकार ने भारतीयों को सड़क मार्ग के जरिए पोलैंड, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया पहुंचाकर वहां से भारत लाने की योजना तैयार की थी।
इसके बाद सरकार ने ऑपरेशन गंगा अभियान शुरू करते हुए भारतीयों को वापस लाना शुरू किया था।
इसके अलाचा दूतावास की टीमों को तैनात कर चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत के रूप में वहां भेजा था।