व्हाट्सऐप का इस्तेमाल हो सकता है खतरनाक, सरकारी एजेंसी ने दी चेतावनी
भारत की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने व्हाट्सऐप यूजर्स को लोकप्रिय मेसेजिंग सेवा का इस्तेमाल करने को लेकर चेताया है। सामने आया है कि व्हाट्सऐप में कई तरह की खामियां मौजूद हैं, जिनके चलते यूजर्स की पर्सनल और सेंसिटिव जानकारी लीक हो सकती है। फेसबुक की ओनरशिप वाले प्लेटफॉर्म पर यूजर्स डाटा की सुरक्षा से जुड़े सवाल लगातार उठते रहे हैं और अब सरकारी एजेंसी की ओर से गंभीर चेतावनी दी गई है।
इन एंड्रॉयड वर्जन्स में सुरक्षा से जुड़ा रिस्क
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम या फिर CERT-In की ओर से एक 'गंभीर' तीव्रता रेटिंग वाली एडवाइजरी शेयर की गई है। सरकारी एजेंसी ने बताया है कि व्हाट्सऐप और व्हाट्ऐप बिजनेस के एंड्रॉयड वर्जन v2.21.4.18 से पहले वाले वर्जन्स में कई खामियां मिली हैं। इसी तरह व्हाट्सऐप और व्हाट्सऐप बिजनेस के iOS वर्जन v2.21.32 से पहले वाले वर्जन्स कई रिस्क लेकर आते हैं। यानी कि पुराने वर्जन वाले व्हाट्सऐप का इस्तेमाल सुरक्षा संबंधी रिस्क लेकर आता है।
चोरी हो सकती है यूजर्स की सेंसिटिव जानकारी
CERT-In की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है, "व्हाट्सऐप ऐप्लिकेशन में मौजूद कई खामियां सामने आई हैं, जिसकी मदद से रिमोट अटैकर्स आर्बिटरेरी कोड डिवाइस में इंजेक्ट कर सकते हैं और टारगेट किए गए सिस्टम से सेंसिटिव जानकारी चोरी कर सकते हैं।" बता दें, CERT-In भारत के साइबर स्पेस को साइबर अटैक्स से बचाने वाली नेशनल टेक्नोलॉजी आर्म है। एजेंसी कई मौकों पर साइबर अटैक्स से जुड़े अलर्ट्स देती है और बचाव का काम करती है।
ऑडियो डिकोडिंग पाइपलाइन में खामी
व्हाट्सऐप में मौजूद रिस्क से जुड़ी जानकारी देते हुए सिक्योरिटी एजेंसी ने कहा, "मौजूदा व्हाट्सऐप ऐप्लिकेशन में कैश कन्फिगरेशन से जुड़ी दिक्कत और ऑडियो डिकोडिंग पाइपलाइन से जुड़ी खामियों के चलते यूजर्स को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।" एडवाइजरी के मुताबिक, अगर मौजूदा खामियों का फायदा उठाकर अटैकर डिवाइस में आर्बिटरेरी कोड इंजेक्ट करने में सफल रहता है तो यूजर्स का पर्सनल और सेंसिटिव डाटा चोरी किया जा सकता है।
लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करें ऐप
एडवाइजरी में कहा गया है कि यूजर्स को अपने एंड्रॉयड या iOS डिवाइस पर व्हाट्सऐप का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल करना चाहिए। अगर आपके फोन में पुराना व्हाट्सऐप वर्जन इंस्टॉल है तो गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर जाकर उसे अपडेट कर लें। फेसबुक की ओनरशिप वाली कंपनी खुद भी ऐसी सुरक्षा संबंधी खामियों और बग्स को फिक्स करती रहती है। इसके बावजूद कई लोकप्रिय ऐप्स में मौजूद खामियों के चलते डाटा लीक के मामले सामने आते रहते हैं।