संसद में अडाणी-हिंडनबर्ग मामले पर बोले राहुल गांधी, पूछा- प्रधानमंत्री और अडाणी के बीच क्या रिश्ता
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अडाणी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों से कई बार गौतम अडाणी का नाम सुनने को मिला था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडाणी के बीच ऐसा क्या रिश्ता है कि अडाणी इतनी जल्दी दुनिया के अमीरों की सूची में ऊंचे पायदान पर पहुंच गए।
अडाणी अमीरों की सूची में 609वें से दूसरे स्थान तक कैसे पहुंचे- राहुल
राहुल गांधी ने कहा, "हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में सेब की बात होती है तो अडाणी, पोर्ट और एयरपोर्ट सब जगह अडाणी, सड़क पर चल रहे हैं तो अडाणी। हर जगह अडाणी की बात हो रही है।" उन्होंने आगे कहा कि कि गौतम अडाणी वर्ष 2014 में दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 609वें स्थान पर थे तो वह वर्ष 2022 में दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी कैसे बन गए।
राहुल ने दिखाई प्रधानमंत्री मोदी और गौतम अडाणी की तस्वीर
राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडाणी के बीच रिश्ते कई साल पहले शुरू हो गए थे, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। एक व्यक्ति मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था और वह उनके प्रति वफादार था। असली जादू तब शुरू हुआ जब मोदी वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनकर दिल्ली पहुंचे।" राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी और अडाणी की एक तस्वीर भी लोकसभा में दिखाई थी, जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई।
LIC का रुपया अडाणी समूह में क्यों निवेश किया गया- राहुल
राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) एक अरब डॉलर (8,274 करोड़ रुपये) का लोन अडाणी समूह को दे देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1,500 मेगावाट बिजली संयंत्र का ठेका अडाणी समूह को दिया जाता है।" राहुल ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के रुपयों को अडाणी समूह की कंपनियों में क्यों निवेश किया गया।
अनुभव के बिना अडाणी को मिले कॉन्ट्रेक्ट- राहुल
राहुल ने कहा कि पहले यह नियम था कि अगर कोई समूह एयरपोर्ट के व्यवसाय में नहीं है तो वह इन एयरपोर्ट की जिम्मेदारी नहीं ले सकता है। उन्होंने कहा, "अडाणी के पास कोई अनुभव नहीं है, लेकिन नियम बदलकर उन्हें देश में छह एयरपोर्ट की जिम्मेदारी दी गई। केंद्र सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दबाव का प्रयोग करते हुए GVK समूह से एयरपोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट लेकर अडाणी समूह को दिलवाया।"
क्या है पूरा मामला जिस पर हो रहा है विवाद?
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडाणी पर 'कार्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' का आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडाणी समूह की कंपनियों पर इतना कर्ज है, जो पूरे समूह को वित्तीय तौर पर अधिक जोखिम वाली स्थिति में खड़ा कर देता है। अडाणी पर अपने परिवार के जरिए फर्जी कंपनी चलाने का आरोप भी लगाया गया है। समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है।