गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे मिस्र के राष्ट्रपति, 24 को पहुंचेंगे भारत
क्या है खबर?
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी 24 से 26 जनवरी तक तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत आएंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर यह कार्यक्रम निर्धारित किया है। इस दौरान 26 जनवरी को वह गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भी शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय की ओर से शनिवार को यह जानकारी दी गई है। सरकार के इस फैसले को कूटनीतिक तौर पर काफी अहम माना जा रहा है।
बयान
उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आएंगे राष्ट्रपति सीसी
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति सीसी 24 जनवरी को भारत पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा, जिसमें पांच मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
बता दें कि मिस्र के राष्ट्रपति ने इससे पहले अक्तूबर, 2015 में तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत का दौरा किया था, जिसके बाद सितंबर 2016 में उनकी राजकीय यात्रा हुई थी।
संभावना
दोनों देशों के बीच हो सकते हैं आधा दर्जन समझौते
विदेश मंत्रालय के अनुसार, 25 जनवरी को राष्ट्रपति सीसी की प्रधानमंत्री मोदी से प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। इसमें भारत और मिस्र के बीच कृषि, साइबर स्पेस और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए लगभग आधा दर्जन समझौते होने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के रक्षा और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की उम्मीद है।
जानकारी
विदेश मंत्री भी करेंगे राष्ट्रपति सीसी से मुलाकात
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी राष्ट्रपति सीसी से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति सिसी की यात्रा से भारत और मिस्र के बीच समय-परीक्षणित साझेदारी के और मजबूत और गहरा करने की उम्मीद है। यह भारत के लिए अच्छा संकेत है।
पहली बार
पहली बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे मिस्र के राष्ट्रपति
भारत के गणतंत्र दिवस के इतिहास में यह पहली बार होगा जब मिस्र के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के तौर पर इसमें शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, मिस्र की सेना की एक सैन्य टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी।
सिसी का 25 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में रस्मी स्वागत किया जाएगा और उसी शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उनके सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगी। उसी दौरान उनकी राष्ट्रपति से औपचारिक वार्ता होगी।
निमंत्रण
प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर में भेजा था निमंत्रण
प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर, 2022 में मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस 2023 समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का आमंत्रण भेजा था। नवंबर में राष्ट्रपति ने उसे स्वीकार कर लिया था।
गौरतलब है कि भारत में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में विदेशी प्रतिनिधि को बुलाने की परंपरा रही है।
26 जनवरी, 1950 को लाल किले पर आयोजित पहले गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो को आमंत्रित किया गया था।
समारोह
तीन बार बिना विदेशी अतिथि के आयोजित हो चुका है गणतंत्र दिवस समारोह
गणतंत्र दिवस के इतिहास में साल 1952, 1953 और 1966 में किसी भी विदेशी प्रतिनिधि को आमंत्रित नहीं किया गया था।
आखिरी बार 1966 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के कारण किसी विदेशी प्रतिनिधि को निमंत्रण नहीं दिया गया था।
इसी तरह 2021 में ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आमंत्रित किया गया था, लेकिन कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण उन्होंने अपना दौरा निरस्त कर दिया था।