दिल्ली मेयर चुनाव: भाजपा-AAP का एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन, सुप्रीम कोर्ट में कल होगी सुनवाई
क्या है खबर?
दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर के चुनाव को लेकर जारी विवाद के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक-दूसरे के दफ्तरों के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
AAP ने चुनाव कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है।
गौरतलब है कि दोनों पार्टियों के पार्षदों के हंगामे के कारण सोमवार को तीसरी बार दिल्ली के मेयर का चुनाव टल गया थाa ।
सुनवाई
AAP का सुप्रीम कोर्ट से जल्द चुनाव कराने का अनुरोध
AAP ने दिल्ली के मेयर का चुनाव जल्दी कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। पार्टी ने अपनी याचिका में पीठासीन अधिकारी के मनोनीत पार्षदों को वोट डालने देने के फैसले को भी चुनौती दी है।
बतौर रिपोर्ट्स, सुप्रीम कोर्ट इस मामले में बुधवार को सुनवाई कर सकता है।
बता दें कि इससे पहले AAP ने आरोप लगाया था कि भाजपा मेयर का चुनाव नहीं होने देना चाहती है।
निशाना
कोर्ट की भाषा समझती है भाजपा- AAP
AAP विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भाजपा सिर्फ कोर्ट की भाषा समझती है। उन्होंने कहा कि भाजपा अराजक पार्टी है और उसका कानून और संविधान से कोई लेना-देना नहीं है।
भारद्वाज ने आगे कहा कि कोर्ट के धमकाने पर ही जजों की नियुक्ति की गई और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कोर्ट की प्यार की भाषा भी नहीं समझती है और कोर्ट पर भी सवाल उठाती रहती है।
याचिका
AAP की मेयर उम्मीदवार ने भी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी याचिका
AAP की मेयर उम्मीदवार शैली ओबरॉय ने भी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए समयबद्ध तरीके से मेयर का चुनाव कराने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि MCD में मनोनीत पार्षद को वोटिंग का अधिकार नहीं है, लेकिन भाजपा इनसे वोटिंग करवाना चाहती है।
हालांकि, उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना द्वारा चुनाव की नई तारीख (6 फरवरी) का ऐलान होने के बाद उन्होंने अपनी याचिका को वापस ले लिया था।
नतीजे
क्या रहे थे MCD चुनाव के नतीजे?
MCD चुनाव में AAP ने 250 में से कुल 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं भाजपा ने 104 और कांग्रेस ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की। वोट शेयर की बात करें तो AAP को चुनाव में 42 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे, जबकि 2017 में हुए पिछले चुनाव में उसे मात्र 25 प्रतिशत वोट मिले थे।
भाजपा का वोट शेयर पिछले चुनाव में 35.5 प्रतिशत से बढ़कर 39 प्रतिशत हो गया।