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संसद के शीतकालीन सत्र में हुआ केवल 52 प्रतिशत काम, 2014 के बाद 9वां सबसे कम
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान खूब हंगामा हुआ

संसद के शीतकालीन सत्र में हुआ केवल 52 प्रतिशत काम, 2014 के बाद 9वां सबसे कम

लेखन आबिद खान
Dec 22, 2024
12:29 pm

क्या है खबर?

25 नवंबर से 20 दिसंबर तक चले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर खूब हंगामा हुआ। सांसदों के बीच धक्का-मुक्की से लेकर राहुल गांधी पर FIR और अंबेडकर के मुद्दे पर दोनों सदनों में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान लोकसभा में केवल 52 प्रतिशत या 62 घंटे ही काम हो सका। राज्यसभा के आंकड़े तो और ज्यादा चिंताजनक है। आइए जानते हैं शीतकालीन सत्र में कितना काम हुआ।

लोकसभा

लोकसभा में कितना हुआ काम?

सत्र के दौरान लोकसभा की 20 बैठकें हुईं, जो 62 घंटे तक चलीं। इस दौरान उत्पादकता 52 प्रतिशत रही। सत्र में लोकसभा में 5 सरकारी विधेयक पेश किए गए। 2023 के विशेष सत्र को छोड़कर ये आंकड़ा बीते 5 सालों में सबसे कम है। शून्य काल के दौरान बेहद जरूरी लोक महत्व के 182 मामले उठाए गए और नियम 377 के अंतर्गत 397 मामले उठाए गए। हालांकि, हंगामे की वजह से लोकसभा में 65 घंटे बर्बाद हो गए।

लोकसभा में कामकाज

लोकसभा में कामकाज के हिसाब से कैसा रहा सत्र?

PRS लेजिस्लेटिव रिसर्च और लोकसभा सचिवालय के आंकड़ों के मुताबिक, काम के लिहाज से ये शीतकालीन सत्र 2014 के बाद से अब तक का सबसे कम उत्पादक रहा। अगर सभी सत्रों से तुलना की जाए तो ये सत्र 2014 के बाद से 9वां सबसे कम उत्पादक रहा। इससे पहले 2023 के मानसून सत्र में लोकसभा में 43 घंटे काम हुआ था। इसके उलट चुनाव के बाद हुआ पिछला बजट सत्र में निर्धारित समय से 135 प्रतिशत ज्यादा काम हुआ था।

राज्यसभा

राज्यसभा में कितना हुआ काम?

इस सत्र में राज्यसभा में खास कामकाज नहीं हुआ। उच्च सदन ने 44 घंटे या अपने निर्धारित समय का केवल 39 प्रतिशत काम किया। पिछले सत्र में यह 93 घंटे या निर्धारित समय का 112 प्रतिशत था। 2023 के बजट सत्र के बाद से ये राज्यसभा में कामकाज का सबसे कम आंकड़ा है। राज्यसभा में 2 विधेयक पारित किए गए और भारत-चीन संबंधों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान दिया।

मुद्दे

किन मुद्दों पर हुआ हंगामा?

सत्र शुरू होते ही गौतम अडाणी पर अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोपों पर कांग्रेस ने भाजपा को घेरा। राहुल गांधी ने अडाणी की गिरफ्तारी की मांग की। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद की सीट से नोटों की गड्डियां मिलने पर भी विवाद हुआ। सत्र खत्म होते-होते गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर हंगामा मचा। इसी मुद्दे पर प्रदर्शन के दौरान सांसदों में धक्का-मुक्की हुई, जिसका आरोप राहुल गांधी पर लगा।